‘हलो! हलो!! ….. नेता जी, राम राम! मय समे बोलत हंव. हमर त अच्छा दिन आगे नेता जी, नाली साफ करत हन!’
सुन के नेता जी तम तमा के किहीस- ‘तोर आगू के नाली ल तेंह साफ नई करबे त काय मंय करहूं रे? नाली म कचरा तुमन डारत हव त तुही मन साफ करव. अउ सुन रे समें…’
समें ह नेता जी के बात ला काट के फोन ल अंजोरी ला देवत कहिस- ‘येदे अंजोरी घला बोलहूं कहत हे नेता जी’
‘राम राम नेता जी’ अंजोरी बोले लागिस. ‘.. हमर गली के लाईट ह पंदरा दिन होगे नई जलत हे.’
नेता जी ह बात काटत कहिस ‘त काय मय खंबा चढ़ंव रे? अउ तुम दोनो झन बने सुन लव, जादा चटरही लगाहू त बीच बजार मा सोंटवाहूं.’
‘अच्छार नेता जी, येखरे सेती जीतवाए रहेन? अब कईसे जीतबे तेन ला देखबो? गरीब आदमी ला कुछु कहत हस. बड़े मन के आघू गिगियाये ला धर लेबे’
अंजोरी के बात काटत नेता जी कहिस- ‘देख रे अंजोरी अब समे ला घलो समझा दे, तुमन ला जेन करना हे करव, मैहा तुंहरे भरोसा नई अंव … भजिया खा.’
-राजकमल सिंह राजपूत
दर्री – थान खम्हरिया
मो. 9981311462
जीवन परिचय :-
नाम – राजकमल सिह’
पिता – श्री नर्मदा सिह’ राजपूत
माता . स्व. श्रीमती इंद्राणी राजपूत
पत्नी – श्रीमती अनुसुईया
स्थान- ग्राम दरी
कर्म स्थान – थान खम्हरिया
शिक्षा – मेट्ररीक
सम्मान- नगर पंचायत थान खम्हरिया द्वारा साहित्य सेवा सम्मान, खेतिहर मजदूर संघ’ द्वारा साहित्य सम्मान, छत्तीसगढ़ी लोक कला उन्नयन मंच भाठापारा द्वारा सम्मान
विशेष – (1) राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय कवि सम्मेलनो में रचना पाठ
(2) विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में रचना प्रकाशित
विधा – गीत, गजल, मुक्तक, कविता, सवैया, लेख, काहानी।
सप्रति- जिलाध्यक्ष- लोक कला एवं साहित्यिक सस्था ‘सिरिजन, बेमेत्तरा ।
सहसचिव – साहित्य एवं कलाकार कल्याण संघ बेमेत्तरा ।
ब्लाक अध्यक्ष- छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति, साजा ।
अध्यक्ष – निराला समिति थान खम्हरिया।
संपर्क – वार्ड क्रमांक 13, शीतला चौंक, भाठापारा, थान खम्हरिया
जिला बेमेतरा
पिन 491338, जिला बेमेतरा.
वाह राजपूत भैइया जतका सुघ्घर कविता लिखथस ओइसने च ये कहिनी हे अब्बड़ अब्बड़ बधाई