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Friday, November 22, 2024
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सुकवि बुधराम यादव जी के गज़ल
सुकवि बुधराम यादव जी के गज़ल
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हमर मया मा दू आखर हे
सुक्खा तरिया म पानी
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One Thought to “सुकवि बुधराम यादव जी के गज़ल”
ramesh kumar chauhan
at
गुतुर गुतुर गोठ म बुधराम यादव के गोठ ।
सुटुर सुटुर लाइन म कहिगे बात कतका रोठ ।।
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गुतुर गुतुर गोठ म बुधराम यादव के गोठ ।
सुटुर सुटुर लाइन म कहिगे बात कतका रोठ ।।