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अरुण कुमार निगम के गीत : नइ भूलय मिट्ठू तपत कुरु ….

आई लव यू………आई लव यू….
तयं बोल रे मिट्ठू , आई लव यू….
तपत कुरु के गये जमाना
बोल रे मिट्ठू – आई लव यू…..

राम-राम के बेरा -मा, भेंट होही तो गुड मार्निंग कहिबे
ए जी,ओ जी झन कहिबे,कहिबे तो हाय डार्लिंग कहिबे
सबो पढ़त हे इंग्लिश मीडियम
तयं काबर रहिबे पाछू …..
आई लव यू………आई लव यू….
तयं बोल रे मिट्ठू , आई लव यू….

हाट – बजार के नाम न ले , तयं मार्केटिंग बर जाये कर
कोन्हों क्लब के मेंबर बन के ,रोज स्वीमिंग बर जाये कर
समझ न आये इंग्लिश पेपर
तभो मंगाए कर बाबू…..
आई लव यू………आई लव यू….
तयं बोल रे मिट्ठू , आई लव यू….

बड़े बिहाने ब्रेक-फास्ट , मंझनिया लंच उड़ाए कर
चटनी-बासी छोड़ के अब तयं रतिहा डिनर खाए कर
नवा जमाना ,शहर-नगर -मा
छागे इंग्लिश के जादू ………
आई लव यू………आई लव यू….
तयं बोल रे मिट्ठू , आई लव यू….

(अतका सुन के मिट्ठू बोलिस…………)

तपत कुरु………तपत कुरु……..
नइ भूलय मिट्ठू तपत कुरु
छत्तीसगढ़ी बड़ गुरतुर लागे
इंग्लिश लागे करू -करू………..

अपन देस के रहन-सहन,अउ भासा के तुम मान करव
चमक-दमक मा झन मोहावौ, हीरा के पहिचान करव
“सबूत-बीजा ” हमर धरोहर
बाकी जम्मो ढुरु – ढुरु……….
तपत कुरु………तपत कुरु……..
नइ भूलय मिट्ठू तपत कुरु ……नइ भूलय मिट्ठू तपत कुरु ……
नइ भूलय मिट्ठू तपत कुरु ……नइ भूलय मिट्ठू तपत कुरु ……


अरुण कुमार निगम

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