आगे सावन रे बादर हा बाजे ना।
हो बरखा रानी के संग संग मा पवन हा नाचे ना।
हो बरखा रानी के संग संग..
झर झर झर झर झरना झरगे,भरगे ताल तलैया।
कुहू कुहू बन कोइली बोले,गावत हे अमरइया।
परबतिया नाचे सबो नंदिया गावे ना।
हो बरखा रानी के संग …
खल खल खल खल नंदिया भरगे,नरवा मन उतराय।
खलबल खलबल कर जावे सब सागर में मिल जाय।
मंजूर नाचे रे तीतूर गावे ना।
हो बरखा रानी के संग…
हिरनी हिरन खुसी मनावे,बधवा के जी जुडा़य।
हाथी हथनी पानी पी पी,सूड़ में सुर्राय।
सबो कोलिहा गावे रे चिरइया नाचे ना।
हो बरखा रानी के संग…
पानी पानी चारो कोती,हरियर धरती रानी।
खेत खार के जिव जुडा़दिस,आके बरखा रानी।
किसानिन गावे रे किसान नाचे ना।
होबरखा रानी के संग…
बइला के गर घंटी बाजे खेतखार अब जाबो।
आगे पानी हमर जिनगानी,जांगर टोर कमाबो।
नागर बाजे रे सबो खेत नाचे ना।
होबरखा रानी के संग संग मा पवन हा नाचे ना।
हो बरखा रानी के संग…
(कविता संगरह सुनले जिया के मोर बात से)
केंवरा यदु मीरा