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देवारी तिहार के गाड़ा-गाड़ा बधई
जगमग दियना बरय सबर दिन
घर-घर होवय देवारी.
अन-धन सुख सम्पत बाढ़य
झड़कय दूध बियारी..
देवारी तिहार के गाड़ा-गाड़ा बधई.
बुधराम यादव
वरिष्ठ संपादक
गुरतुर गोठ डाट काम
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Published by
admin
13 years ago
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