गीत

भगवान शंकर ला का का अर्पन करे जाथे

भगवान शंकर ला सबले अधिक भांग
हर भाथे..,भांग अउ गांजा भगवान ला चढाऐ जाथे ।
कहे जाथे ना कि लोहा ला लोहा हर काटथे ।
,जहर ला जहर काटथे..।.विषपान तो कर लिन संसार ला बचाये बर., फेर ओकर ताप हर तो रहबे करही ।ओ ताप ला थिराही कहिके..भांग, धतुरा,अउ आंक ला चढाथे ।
फेर शीतलता मिलही कहि के अनेक चीज
चघाथें भक्त मन , जइसे..दूध,दही,शहद,गन्ना के रस,जल
ऐ सब हर शीतल करथे ।



संसार ला गंगा के दर्शन कराईन ए पाय के गंगा जल चघाय जाथे…!
फेर अउ जिनिस हवे जेन ला भगवान शिव ला अरपन करे जाथे…..
1*करिया तिल..जल..मिंझार के चघाये जाथे
2* सिंदूर अउ जल मिंझार के चघाये जाथे
3* मसूर दार ,जल,कच्चा दूध मिंझार के चघाये जाथे.
4*गन्ना के रस.
5*छाछ,मठा अउ करिया तिल मिंझार के चघाथें.
6* चांउर संग जल.मिझार के चघाथें
7*केशर ,जल,कच्चा दूध.चघाथें.
8* हल्दी,जल,कच्चा दूध…मिंझार के चघाथें.
9* गेहूँ,गंगा जल, मिंझार के चघाथें
10* चमेली के फूल,चांउर अउ कच्चा दूध
11* चमेली तेल, सिंदूर,कच्चा दूध ,
12* गिलोय के रस अउ गंगा जल मिंझार के
13*आंक ,जल,चांउर…मिंझार के
14* सइघो बेल,चांउर,जल..!
15*बेल पान,चांउर,जल,कच्चा दूध.
16*कनेर ,चांउर, जल मिंझार के…!
17* शमि के पान, शमि के पान डारा सुद्धा
चांउर, जल.
18* चना दार ,जल, चांउर मिंझार के.
19*शहद अउ जल, शहद अउ घी,शहद अउ गंगाजल,शहद अउ चांउर..ऐमां ले कुछू भी ऐक चघा सकत हव…,
20* सिंदूर,हल्दी अउ केशर मिंझार के.
चघाये जाथे…
अलग अलग ग्रह होथे अउ सब ग्रह के भिने भिने अन्न होथे,आउ भिने भिने दिन होथे



जइसे सोमवार हर शंकर भगवान के,
मंगलवार हर हनुमान जी के,बुधवार हर गनपति के ,सरसती मांई के,गुरुवार हर
बृहस्पति महराज के,लछमी मां के,
शुक्रवार हर लछमी मांई के , शनिवार हर शनि देवता अउ हनुमान भगवान के हवे,
इतवार हर सुरुज देवता के आय ..।
उसने सब देवता अउ भगवान के अन्न होथे
त ओ भगवान के दिन अउ ओ भगवान के अन्न ला अर्पित करे ले ओ ग्रह विशेष बर होथे……त सातों दिन के,सातों अनाज
ला दिन हिसाब ले भगवान शंकर मा चघाये ले ओ ग्रह हर शांत होथे,अउ खराब फल नई देवय….

उदाहरण बर देखव…..शनिच्चर के दिन..
करिया तिल,शमि के पान चढ़् सकत हावा…उसने कर के चढ़ावा …!

भारती वैष्णव
अम्बिकापुर
जिला — सरगुजा (छत्तीसगढ़ )
मो – 7000780323

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