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श्रीशमि गणेश मंदिर नवागढ

बेमेतरा जिला के नगर नवागढ के हिरदय स्थल मा भगवान गणेश के एक ठन अब्बड़ जून्ना मंदिर हे एइसे माने जाथे के ये मंदिर के निर्माण इहां के राजा रहिस श्री नरवर शाह खुसरो हा संवत 646 मा तांत्रिक तरीका ले करईस । 6 फूट के एके ठन पथरा मा भगवान गणेश के पदमासन मुद्रा उकेरे गे हे । मंदिर के तीरे मा तब ले अब तक एक ठन शमी के पेड़ हवय, जेखर सेती ऐला ‘श्री शमी गणेश‘ के नाम ले जाने जाथे । गणेश के मंदिर अऊ ओखर तीर शमी के पेड़ के दुर्लभ संयोग होथे । परसिद धार्मिक पत्रिका ‘कल्याण‘ के ‘गणेश विषेशांक‘ मा ये बात के उल्लेख हे के अइसन संयोग भारत मा तीने जगह हे जेमा एक नवागढ़ ह आय । मंदिर के शिलालेख मा उल्लेखित जानकारी के अनुसार ये मंदिर के जीर्णोधार सन् 1880 मा महाराष्ट्रीयन ब्राहमण मन के द्वारा करे गे रहिस । श्रद्धा के संगे संग ये मंदिर हा पुरातत्व महत्व के घला आय । गर्भ गृह ला छोड़ के मंदिर मंडप फेर जीर्ण हो गे रहिस तेला 2013 मा ‘सिद्धि विनायक श्रीशमी गणेश मंदिर सेवा संस्थान‘ हा ये प्राचिन सिद्ध पीठ सिद्धि विनायक श्री शमी गणेश विग्रह मंदिर-मंडप ना नवा कलेवर देके पुर्निस्थापित कराय हंवय ।
श्री शमी गणेशजी आज नवागढ़ के रहईया के संगे संग दूरीहा दूरीहा ले श्रद्धा ले के अवईया जम्मो भगत मन के मन के मुराद ला पूरा करत हे ।
– रमेशकुमार सिंह चौहान

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