सरकार अउ पुलिस के दावा हे के अभी तक एको लइका चोरी होए के जानकारी नइ हे, भलुक लईका चोर के ये अफवाह के कारन लोगन निरदोस मनखे ल धर—धर के मारत हें। एक मुह ले दूसर मुह, तिल के ताड़ होवत ये अफवाह अतका बाढ़ गए हे के अब पुलिस ल पम्पलेट बांटे ल परत हे अउ गांव—गांव जा के लोगन ल समझाए ल परत हे कि ये अफवाह ल झन मानव। फेर कुछ अबूझ मनखे मन अभी तक ले ये नहीं त ओ अफवाह उड़ाए के अपन टेस व्हाट्स एप म मारत दिखत हें। अभी दू दिन पहिली रइपुर के एक बड़का अउ भरोसा के पतरिका के व्हाट्स एप गुरूप म एक उजबक मनखे उड़ीसा म बनत बांध म 1000 पूजवन देहे बर छत्तीसगढ़ म मनखे धरईया आए हे कहि के अफवाह फईलाये के सुरूवात करे गइस। हमर संगी मन तुरते एखर बिरोध करिन अउ ये अफवाह ल उही जघा खतम करिन।
आज के नवा जुग म यहा तरा के अंघ बिसवास ल हवा देके समाज म डर फइलाये के काम कोन करत हे ये समझ म नइ आवत हे। ये काम छत्तीसगढ़ के अनदेखना मन के आए, उमन नइ चाहें के हमन सुखी रहन। उमन जानथें के हमन सिधवा आन, भोला आन, जल्दी काखरो कहना म आ जाथन। त संगी हो आप जमो अपन अपन दायित्व ल समझव, अफवाह फइला के हमर अहित करईया ल आवव बता दन के हम सिधवा भले हन फेर मूरूख नइ हन। हम काखरो कंउवा कान ल लेगे कहे म कंउवा के पाछू नइ दंउडन, हम पहिली अपन कान ल टमड़थन।
सुनके कंउवा लेगे कान,
कंउवा के पाछू भाग झन सियान
दुसर के भभइय म झन आ,
टमड़ ले पहिली अपनेच कान.
जय छत्तीसगढ़, जय छत्तीसगढ़ी!
—संजीव तिवारी
संपादक: गुरतुर गोठ डॉट कॉम