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One Thought to “सुकवि बुधराम यादव जी के गज़ल”

  1. ramesh kumar chauhan

    गुतुर गुतुर गोठ म बुधराम यादव के गोठ ।
    सुटुर सुटुर लाइन म कहिगे बात कतका रोठ ।।

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