छत्तीसगढ़ी के पीरा अउ छत्तीसगढ़िया : डॉ.(श्रीमती) हंसा शुक्ला

1 नवम्बर 2000 के छत्तीसगढ़ राज बनीस त सबो छत्तीसगढ़िया मन अब्बड खुस होगे, एकर पाऐ नही कि छत्तीसगढ़ राज बनगे बलकि एकर पाऐ कि अब छत्तीसगढ़ी ह राजभाषा बनही अउ जम्मों छत्तीसगढ़ म आदर के साथ इही भाखा में काम होही। सरकार बनीस अऊ उम्मीद बनिस की सरकारी घोषणा के बाद हर सरकारी दफ्तर, पंचायत, स्कूल, दुकान मन में छत्तीसगढ़ी में सूचना अऊ पत्र लिखे जाही त हमर काम काज के भाखा छत्तीसगढ़ी हो ही। नेता मन सब आसवासन तो दिन कि छत्तीसगढ़ म काम घलव छत्तीसगढ़ी म करे…

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छत्‍तीसगढ़ राजभाषा आयोग के आयोजन

कामकाजी छत्तीसगढ़ी के स्वरूप अउ संभावना संगोष्ठी मंगलवार, २९ जनवरी २०१३ आयोजक: स्‍वामी श्री स्‍वरूपानन्‍द सरस्‍वती महाविद्यालय, भिलाई. आयोजन सहयोग: डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला, प्राचार्या, स्‍वामी श्री स्‍वरूपानन्‍द सरस्‍वती महाविद्यालय डॉ. सुधीर शर्मा, हिन्‍दी विभागाध्‍यक्ष, कल्याण महाविद्यालय अपन बिचार रखत राजभाषा आयोग के अध्‍यक्ष पं. दानेश्‍वर शर्मा अपन गोठ कहत राजभाषा आयोग के सचिव पद्मश्री डॉ. सुरेन्‍द्र दुबे कार्यक्रम के माई पहुना मंत्री, हेमचेद यादव अपन बिचार रखत डॉ.पालेश्‍वर शर्मा अपन सुझाव देवत डॉ.विनय कुमार शर्मा व्‍यवसाय अउ कवि सम्‍मेलन म कामकाजी भाषा उपर बोलत सुरजीत नवदीव कामकाजी भाषा ला…

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छत्तीसगढ़ी : कामकाज अउ लेखन के रूप : सुशील भोले

जबले छत्तीसगढ़ी ल राजभाषा के दरजा दे के ए भरोसा जगाये गे हवय के अवइया बेरा म ए ह शिक्षा के संगे-संग राजकाज के भाषा बन सकथे, तबले एकर साहित्यिक लेखन के रूप अउ कामकाज माने प्रशासकीय रूप ऊपर भारी गोठ-बात अउ तिरिक-तीरा चलत हे। ए संबंध म राजभाषा आयोग ह एक ठ विचार गोष्ठी के आयोजन घलोक करे रिहिसे, जेमा ए बात प्रमुखता ले आइस के कामकाज के भाषा ल आम बोलचाल के रूप म ही लिखे जाना चाही। ए विचार ले लगभग महूं सहमत हवंव। काबर के प्रशासनिक…

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