बितगे जाड़ आगे गरमी घाम जनावत हे। तात तात आगी असन हवा बोहावत हे कोयली मइना सुआ परेवा नइ गुनगुनावत हे छानही खपरा भिथिया भूंइया जमो गुंगंवावत हे कुकरी बोकरी गरवा बइला बछरू नरियावत हे बितगे जाड़ आगे गरमी घाम जनावत हे। गली खोल गांव सहर घर सिनिवावत हे नल नहर नदिया समुंदर तरिया सुखावत हे बिहनिया मझनिया रथिया ले लइका चिल्लावत हे कूलर पंखा एसी फिरिज सबला भावत हे बितगे जाड़ आगे गरमी घाम जनावत हे। सुरूज देव अपन ताकत ल सबला बतावत हे घर के बाहिर भीतरी म…
Read MoreYear: 2015
चउतरा सेठ
संगवारी हो दुनिया म गजब गजब के मनखे रइथे। कोनो बड़ सिधवा होथे त कोनो बड़ टेड़वा। टेड़वा मनखे के मति के कोनो ठिकाना नइ रहय। कभू भी कहूं ल ठग देथे। चउतरा मनखे ह भगवान घलो ल नइ छोड़य। एकबार एक चउतरा सेठ ह डोंगा म बइठके बेपार खातिर यातरा करत रहिस। यातरा के बेरा डोंगा जब नदी के ठीक बीच म पहुंचिस तिहा जोरदार हवा गर्रा सुरू होगे। अब तो डोंगा म बइठइया मन के जी उड़ियागे। कइसे बांचबो कइसे बाचबो कहे लगिस। डोंगा अभी पानी म डुबे…
Read Moreकविता : छत्तीसगढ़ तोर नाव म
भटकत लहकत परदेसिया मन, थिराय हावंय तोर छांव म। मया पिरीत बंधाय हावंय, छत्तीसगढ़ तोर नाव म॥ नजर भर दिखथे, सब्बो डहर, हरियर हरियर, तोर कोरा। जवान अऊ किसान बेटा ला – बढाय बर, करथस अगोरा॥ ऋंगी, अंगिरा, मुचकुंद रिसी के – जप तप के तैं भुंइया। तैं तो मया के समुंदर कहिथें तोला, धान – कटोरा॥ उघरा नंगरा खेले कूदे – राम किरिस्न तोर गांव म। मया पिरीत बंधाय हावंय छत्तीसगढ़ तोर नाव म॥ अरपा –पैरी, खारून, सोढू सुखा, जोंक, महानदी बोहाथे। तोर छाती म, दूध के धार…
Read Moreबियंग: परगति
बात तइहा तइहा के आये। मनखे अऊ कुकुर के बीच ताकतवार होये के परतियोगिता सुरू होइस। एक घांव कुकुर हा मनखे ल चाब दीस। मनखे मर गे। मनखे के मन म, डर हमागे। कुकुर, ताकत के पहिली लड़ई जीत डरिस। कुछेच बछर पाछू, कुकुर फेर भिरगे मनखे संग। मनखे मर गे, कुकुर घला मरगे। मनखे अऊ कुकुर के बरोबरी सुनके, जम्मो देस खुस होगिस। इही दिन ले, मनखे ल घला कभू कभू कुकुर केहे लागिन। एक दिन, अड़बड़ खुसी मनावत रिहीन मनखे मन। पता चलिस – कुकुर, मनखे ल चाब…
Read Moreकविता – सब चीज नंदावत हे
चींव चींव करके छानही में चिरइया गाना गावाथे | आनी बानी के मशीन आय ले सब चीज नंदावत हे || धनकुट्टी मिल के आय ले ढेंकी ह नंदागे घरर घरर जांता चले अब कोन्टा में फेंकागे गली गली में बोर होगे तरिया नदिया अटागे | घर घर में नल आगे कुंवा ह नंदागे | पेड़ ल कटइया सबो हे कोनो नइ लगावत हे आनी बानी के मशीन आय ले सब चीज नंदावत हे || टेकटर के आय ले कोनो नांगर नइ जोतत हे गाय बइला ल पोसेल छोड़के कुकुर ल…
Read Moreकविता-समाज ल आघू बढ़ाबोन
जुर मिल के काम करके हम नवा रसता बनाबोन | नियाव धरम ल मानके संगी समाज ल आघू बढ़ाबोन || नइ होवन देन हमन अपन रिति रिवाज के अपमान समय के साथ चलके संगी बढ़ाबोन एकर मान | सबके साथ नियाव करबो अन्याय होवन नइ देवन राजा रंक सब एक समान हे कोनो के जान नइ लेवन | सुख दुख जम्मो में सबके काम हमन आबोन जेकर घर काम परही ओकर घर हमन जाबोन | इही समाज में रहना हमला इही समाज में जीना हे सब ल अपन समझ के…
Read Moreकविता: बराती
गांव गांव में बाजत हे, मोहरी अऊ बाजा | सूट बूट में सजे हे आज दूल्हा राजा | मन ह पुलकत हाबे जाबोन बरात | अब्बड़ मजा आही खाबोन लड्डू अऊ भात | बरतिया के रहिथे टेस अड़बड़ भारी | पीये हे दारु अऊ देवत हे गारी | कूद कूद के बजनिया मन बाजा बजावत हे | ओले ओले के धुन मे टूरा मन नाचत हे | घाम के मारे सब बेंदरा कस ललियावत हे | एती वोती देख के आंखी मटकावत हे | पहिने हे चशमा अऊ बांधे हे…
Read Moreकबिता: वाह रे मोर गाँधी बबा के नोट
वाह रे मोर गाँधी बबा के नोट, जम्मो भारत मा तोरेच गोठ। तोर नोट के बीना कुछ बुता नई होवे, जम्मो भारत मा तोरेच शोर उड़े। 5,10,20,50,100,500,1000 के नोट मा फोटो चिपके, कुछु समान ले नोट मा तोर फोटो देख समान देवे। वाह रे मुण्डा बबा तोर नोट के कमाल, तोर नोट के खातिर होवत हे गोलमाल। तोर फोटो छपे नोट रखे ले मान,सम्मान ईज्जत बड़े, तोर नोट ला देखा के बड़े बड़े काम करा ले। बबा तोर नोट बड़ कमाल के हे, तोर फोटो चिपके नोट ला देमा सबो…
Read Moreपर्यावरण परब विशेष — मोर सुरता के गाँव
मोर गाँव गिधवा पो.नगधा, तह. नवागढ़, जिला बेमेतरा मा आथे। गाव के नाव ला सुनके सब अबड़ हासथे। मोर गाव के नाव गिधवा पड़िस तेकर पाछु एकठन कहानी हे सियानमन बताथे कि हमर गाव मा पहली समय मा चिरईय—चिरबुन अबड़ रहय अऊ गिध्द के इहा माड़ा रहय भारी बड़े बड़े गिध्द ला उड़ावत देख ले अगर कोनो मेरा कहु जानवरमरे रहय त ओ जगह कोरी भर तेहा गिध्द ला पाते। गिध्द के स्थल के करन हमर गाव के नाम गिधवा परिस।
Read Moreसंपादकीय: टमड़ ले पहिली अपनेच कान
पाछू पंद्रही ले छत्तीसगढ़ म अफवाह फइले हवय के गांव गांव म लईका चोर मन के दल के दल आये हें। ये अफवाह व्हाट्स एप के सहारा ले जादा फइलिस। नवा नवा मनखे मन टचस्क्रीन मोबाईल लीन अउ वोमा इंटरनेट पेक भरवईन, तहां ले वोमा व्हाट्स एप चलईन, अइसे लागे लगथे के जमा बिस्व के गियान अउ सूचना हमर हाथ म आ गे। कोन सूचना सहीं ये अउ कोन सूचना गलत आए तेखर निरवार करे के पहिली लोगन म ये होड़ सुरू हो जथे के ये सूचना ल जल्दी ले…
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