दूध-मोंगरा, गंडई के नोनी मन के आवाज म सुनव डॉ.पीसीलाल यादव द्वारा संपादित बाल गीत- मोबाईल रिकार्डिंग : अरूण कुमार निगम
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छत्तीसगढ़ी भाषा ल पहचान देवाबोन : दयाल दास बघेल
छत्तीगसढ़ी राजभाषा आयोग के स्थापना दिवस म महंत घासीदास संग्रहालय के सभागार म आयोजित कार्यक्रम के माई पहुना संस्कृति, पर्यटन एवं सहकारित मंत्री दयाल दास बघेल ह समारोह म कहिन के छत्तीसगढ़ी भाषा ल आठवां अनुसूची म सामिल करे बर सरलग उदीम करे जात हे। मंत्री दयाल दास बघेल ह कहिन के छत्तीसगढ़ी ल आठवां अनुसूची म सामिल कराबोन। मुख्यमंत्री मेर ये बारे म चर्चा करके प्रदेश के सांसद मन ल लोकसभा म ये विषय ल जोर-सोर से उठाये बर कहिबोन। येकर ले छत्तीसगढ़ी भाषा ल आठवां अनुसूची में सामिल…
Read Moreप्रधानमंत्री उज्जवला योजना म 3.18 लाख महिला मन ल मिलिस रसोई गैस कनेक्शन
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत राज्य म अब तक लगभग साढ़े तीन महीना म तीन लाख 17 हजार 996 गरीब परिवार के महिला मन ल रसोई गैस कनेक्शन देहे गए हे। येमा गांव कोति के दो लाख 72 हजार 489 परिवार, शहरी कोति के 19 हजार 823 परिवार अउ 25 हजार 684 मकान बनाये के काम म लगे मजदूर परिवार के महिला मन ल गैस कनेक्सन देहे गए हे। ये योजना के सुरूवात मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के माई पगरईत म राजधानी रायपुर म ये साल 13 अगस्त के दिन…
Read Moreअब बंद करव महतारी के अपमान
हमर भारत देश कई ठिन राज हवय जिहां नाना प्रकार के किस्सा कहिनी फूल कस महमहावत, मइनखे मन के गुन सब्बो कर्ता बगरावत रइथे…। यही कर्रा महाराष्ट्र के सिवाजी महराज के एक ठिन किस्सा आप मन बतावत हवंव। एक के गोठ हे सिवाजी के एक झन सेनापति हर कलियान के किला लरई जीत गिस। अतंक परकार के संपति ओखर हाथ आइस के वोहर कूल के कृपा होगे रहय। तइहा के बेरा जीते राजा सेनापति संपति अस्त्र शस्त्र के संगे संग उहां के रानी अउ दासी घला भेंट स्लरुप मिलय। सेनापति…
Read Moreखरीफ विपणन वर्ष 2015-16 के एक भरती बारदाना के उपयोग धान खरीदी म करे जा सकही
राज्य सरकार ह खरीफ विपणन वर्ष 2016-17 म न्यूनतम समर्थन मूल्य म उपार्जित धान के कस्टम मिलिंग नीति के संबंध म विस्तृत दिशा-निर्देश पाछू महीना के चार तारीख को जारी करे हे। पहिली जारी नीति म कस्टम मिलिंग उपर प्रोत्साहन राशि अउ मिलर तिर कस्टम मिलिंग के पाछू बचत एक भरती बारदाना के व्यवस्था म संशोधन करे गए हे। संशोधित नीति खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग कोति ले मंत्रालय (महानदी भवन) ले प्रदेश के जम्मो जिला कलेक्टर मन ल काली 24 नवम्बर को जारी कर देहे गए हे।
Read Moreकलाकार के सबले बड़े दुसमन गरब हर होथे
सुप्रसिध्द लोकगायिका कविता वासनिक संग गोठ बात गांव के चौपाल ले निकल के हमर छत्तीसगढ़ी गीत संगीत अब इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मा छागे हावय। मोला सुरता हे सन् 1982 में जब मोर गाय गीत ‘पता दे जा रे पता ले जा गाड़ीवाला…’ पहिली बार पॉलीडोर कम्पनी ले रिकार्ड बन के बाजार मा आय रिहिस अउ बीबीसी लंदन के रेडियो में बाजे रहिस त छत्तीसगढ़िया मन के छाती हर बड़े-बड़े सोंहारी कस फूल गे रिहिस। ये गीत हर राइपुर दूरदर्शन केन्द्र के उद्धाटन के बेरा म तको बाजे रहिस।’
Read Moreविकास के प्राथमिकता म दुर्ग, भिलाई अउ चरौदा सर्वोपरि : डॉ. रमन सिंह
115 करोड़ के 155 काम मन के शिलान्यास अउ लोकार्पण मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ह आज दुर्ग जिलाा के नगर पालिक निगम भिलाई-3, चरौदा के मंगल भवन परिसर म आयोजित एक कार्यक्रम म 1 अरब 15 करोड़ 55 लाख रूपए के 155 काम मन के शिलान्यास अउ लोकार्पण करिन। एखर अंतर्गत चरौदा म 49 करोड़ 56 लाख रूपए के लागत ले दो चरण म ट्रांसपोर्ट नगर बनाये जाही। 30.60 हेक्टेयर म बनइया ये ट्रांसपोर्ट नगर म कुल 773 प्लाट बनाए जाही। इही तरा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ’सबके लिए…
Read Moreनंदाजाही का रे कमरा अउ खुमरी
मीर अली मीर जी छग के लोकप्रिय गीतकार आय। उंकर गीत संघरा नंदा जाही का? कमरा अउ खुमरी…। मिलिस। नंदा जाही का… उंकर प्रतिनिधि अउ कालजयी रचना आय। इही गीत ह उंकर संघरा के शीर्षक आय जउन फिट बईठथे। कुल 58 गीत ए संघरा म संग्रहित हवय। जमो गीत ह अपन अलग-अलग रंग म रंग हवय। मीर जी अपने गीत के माध्यम से एक डहर जिहां सामाजिक अव्यवस्था ऊपर बियंग करथे उंहे दूसर डहर अलख जगाय के काम घलो करथे। विगत 10-12 बछर ले गांव-गांव में जाके अपन कर्णप्रिय…
Read Moreछन्द के छ : छप्पय छन्द
बिदेसी बाबू बिसराये ब्यौहार , पहिर अँगरेजी चोला महतारी अउ बाप , नजर नइ आवै तोला जाये बर परदेस , तियागे कुटुम – कबीला बन सुविधा के दास , करे बिरथा जिनगी ला का पाबे परदेस ले , नाता – रिस्ता जोड़ के असली सुख इहिंचे मिलै , झन जा घर ला छोड़ के छप्पय छन्द डाँड़ (पद) – ६, ,चरन – १२, पहिली ४ डाँड़ रोला अउ बाद के २ डाँड़ उल्लाला होथे. माने छप्पय छन्द हर १ रोला अउ १ उल्लाला ला मिला के बनाये जाथे. तुकांत के…
Read Moreछन्द के छ : उल्लाला
जिनगी (उल्लाला – १३,१३ मा यति ,बिसम-सम तुकांत) जिनगी के दिन चार जी, हँस के बने गुजार जी दुख के हे अँधियार जी, सुख के दियना बार जी नइ हे खेवन-हार जी , धर मन के पतवार जी तेज नदी के धार जी, झन हिम्मत तयँ हार जी गुरू – १ (उल्लाला – १३,१३मा यति, सम-सम तुकांत) दुख के पाछू सुख हवे, गोठ सियानी मान ले बिरथा नइ जाये कभू , संत गुरु के ग्यान ले गुरू बड़े भगवान ले , हरि दरसन करवाय जी गुरू साधना मा जरै ,…
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