भारत के प्रख्यात पुराविद अउ छत्तीसगढ़ शासन के पुरातात्विक सलाहकार श्री अरुण कुमार शर्मा ल एसो के “पद्म श्री” सम्मान ले से अलंकृंत करे के घोषणा भारत सरकार हर करे हे। श्री अरुण शर्मा ह भारत के कई ठन जघा के संगें-संग छत्तीसगढ़ म सिरपुर, छीताबाड़ी राजिम, मदकू द्वीप अउ कई ठन जघा मन के पुरातात्विक खेदई करें हें अउ इतिहास ल समृद्ध करे हें। अपन बेबाक बोलई अउ प्रतिक्रिया देहे बर प्रसिद्ध पुराविद्वान लगभग 84 बछर के जवान श्री अरुणकुमार शर्मा सरल अउ सहज व्यक्तित्व के धनी हे अऊ…
Read MoreMonth: January 2017
सरकारी स्कूल ले ही देश ल मिले हे कई महान विभूती : डॉ. रमन सिंह
मुख्यमत्री सामिल होइस ’लईका मड़ई’ के समापन समारोह म रायपुर, 24 जनवरी 2017। मुख्यमत्री डॉ. रमन सिंह आज इहां साईंस कॉलेज मैदान म आयोजित तीन दिवसीय रायपुर जिला स्तरीय ‘लईका मड़ई‘ के समापन कार्यक्रम ल संबोधित करत करत कहिन के देश के अधिकांश महान विभूती मन सरकारी स्कूल म पढ़ाई करके ही देश अऊ दुनिया म अपन नाम रौशन करे हें। डॉ. सिंह हर ए सिलसिला म संविधान बनइया डॉ. भीमराव अम्बेडकर अऊ देश के प्रसिद्ध रक्षा वैज्ञानिक अउ पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के उदाहरण दीन। मुख्यमत्री हर…
Read Moreस्कूल म ओडिसी .. पंथी, करमा काबर नहीं …?
छत्तीसगढ के जम्मो सरकारी स्कूल म पहली ले पाँचवी कक्षा तक पढईया लईका मन ला अब भाषा,गणित विज्ञान के अलावा ओडिसी नृत्य के घलो शिक्षा ले बर परही । ये नवा तुगलकी फरमान एन सी आर टी ह जारी करे हवय । ओकर कहना हवय के नृत्य के शिक्षा ले से लइका मन नृत्य के भाव भंगिमा के जरिया ठीक से खडे होना,सांस लेना अउ रीढ के हड्डी ल सीधा राख के चले के तरीका सिखाय जाही । शिक्षा विभाग के दावा हवय के ये नवा कोर्स ले लइका मन के…
Read Moreकविता : नोनी बर फुल
नोनी बर फुल …. घर के अंगना म फुले हे कनेर के फुल पिअर -पियर दिखत हे डाली म झुलत हे नोनी ह देख के दाई ल पुचकारत हे खिलखिलाके हांस के बेलबेलावत हे अंचरा ल दाई के खिंच – खिंच के फुल ल बतावत हे दाई भुइंया म बैठ के दही ले लेवना निकालत हे दाई नोनी के इसारा ल समझ नई पावत हे नोनी अंगना म घूम -घूम के फुल ल बतावत हे नोनी स्कुल जाए के बेरा म बेनी ल बतावत हे दाई के सुध आगे अंगना…
Read Moreपर्यटन मंडल के गिलौली ले मोटल म बढि़स घुमईया मन के भीड़
दुर्ग, घुमई-फिरई ल बढ़ावा देहे के उद्देश्य ले पर्यटन मंडल ह विशेष गिलौली के शुरुआत करे हे। मंडल प्रबंधन के कहना हवय के ये पहल के व्यापक असर होय हे। एखर ले पर्यटन स्थल मन म घुमईया मन के भीड़ घलोक बढ़े हे। उहें मंडल के स्वसंचालित होटल, मोटल अउ पर्यटक विश्रामगृह मन म रौनक आ गए हावय। ये गोठ-बात ल बतावत सुस्मिता मिश्रा, पर्यटन अधिकारी दुर्ग ह बताईन के छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के माध्यम ले कई योजना मन के संचालन करे जावत हे। मंडल के माध्यम ले परिवहन, आवास…
Read Moreनवा पीढ़ी़ अउ छत्तीसगढ़ी़
हमर छत्तीसगढ़़ म अभी जउन नवा पीढी के लइकामन पढ-लिख के तियार होवत हें तेन मन ह छत्तीसगढी़ भासा ले दूर भागत हें। वोमन छत्तीसगढी म बोले बर नई चाहंय। छत्तीसगढी भासा जउन ह हमर मातृ भासा ए, तेमा बोले बर लजाथें। घर म ददा-दाई, बबा, कका दाई मन लइकामन के संग छत्तीसगढी म कुछू पूछथें त वोमन वोकर जुवाब हिन्दी म देथें। येहा बड दु:ख के बात आय। हमर देस के दूसर राज के लइकामन अपन ‘मातृभाषा’ बात करइ ल अपन सान समझथें। ऐकर ले उलट हमर छत्तीसगढ के…
Read Moreलोककथा : अडहा बइद परान घात
एकठन गांव म एकझिन लइका रहय। वोहा एक दिन दूसर गांव घूमे बर गीस। रद्दा म वोहा देखिस के ऊंट ह बगुला खात रहय अउ बगुला ह वोकर नरी म फंसगे। ऊंट ल सांस ले म तकलीफ होय लगिस। वोहा भुईंया म घोलंड के छटपटाय लागिस। अतका देखके ऊंट के मालिक ह एकझन बइद ल बला के लानिस। बइद ह जोर-जोर से कहिस- बागुल बारी जाय, थुला जाय कहिके ऊंट के नरी ल जोर- जोर से मारिस। बगुला ह फुट गे अउ ऊंट ह खडा होगे। वो लइका ह सब…
Read Moreपुरखा मन के दूत होथे कउवा
चालीस-पचास बछर पाछू के बात आय। ममा गांव जावंव त पीतर पाख म ममा दाई ह बरा- सोहारी बनाय अउ तरोई के पाना म ओला रख के मोहाटी म मडा देवय। तहान ले जोर-जोर से कहाय- ‘कउंवा आबे हमर मोहाटी, कउंवा आबे हमर मोहाटी।’ ममा दाई के कहत देर नइ लागय अउ कांव-कांव करत अब्बड अकन कठउंवा ह आवय अउ बरा-सोहरी ल चोंच म दबा के उडा जावय। तब ममा दाई काहय – ‘कउंवा मन खाथे, तेला पुरखा मन पाथे।’ नानपन के ए बात ह अब सपना कस लागथे। काबर…
Read Moreशराबबंदी बर महिला मन के अभियान ल हमर पूरा समर्थन अऊ सहयोग : डॉ. रमन सिंह
भारत माता वाहिनी अऊ महिला कमांडो के पांच हजार सदस्य मन ल डरेस अऊ सीटी दे के घोषणा मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह हर शराब के विरोध म बालोद जिला के महिला मन के भारत माता वाहिनी अऊ महिला कमांडो के पांच हजार सदस्य मन द्वारा चलाए जावत जन-जागरण अभियान के बड़ई करनि। डॉ. सिंह हर कहिन के शराबबंदी बर अभियान चलावत ए महिला मन ल राज्य सरकार के पूरा समर्थन हे अऊ उमन ल हर संभव सहयोग मिलही। ओ मन ल निःशुल्क डरेस अऊ सीटी दे जाही। डॉ. सिंह हर…
Read Moreअपन-अपन समझ
बरसाती दोपहरी म अपन अंगना के परछी म सुभीत्ता बइठे-बइठे दयावती सोचत रहिस- ‘तीजा, हमर मन के सबसे बडे तिहार। ए बछर के तीजा म..।’ दयावती ल एक-एक बात, अपन हिरदय म आरी चले कस लागय। ए दारी नवा कालोनी के नमिता अउ पुरानी बस्ती के अचला तीजा म मइके नइ जा सकिन। त वोला, जउन वोकर मन के दूर के रिस्ता के मौसी होथे, तीजा के बिहान म ‘मइके के पानी’ पिये खातिर, वो दूनो ल घर म बुला ले रहिस। तीजा के निरजला उपास के सेती हालत अइसने…
Read More