अगोरा करथे बारह बज्जी के
मंदिर कस भीड़ सकलाय रहिथे
गांव गांव के दारूभट्ठी म
दारु बर लाईन लगाय रहिथे
सियान जवान निसा म मोहाय
चेपटी पउंव्वा चघाय रहिथे
कोट कोट ले पीके दारू
मंद मताउंना म पगलाय रहिथे
कोनो चिखला अउ कोनो डबरा म
टुन्न ले पीके परे रहिथे
अपन तन के हियाव नईहे
उपराहा अउ धरे रहिथे
पीए बर पईसा मांग-मांगके
घर दुवार ल गिरवी धरत हे
खाय बर चाउंर दाना नईहे
धान चाउंर बेचके पीयत हे
कतरो मनखे दवा टानिक सरि
एकरे भरोसा म जीयत हे
नसा शरीर के नाश ए
धीरे धीर जींव ल लीलत हे!!
सोनु नेताम”माया”
रूद्री नवागांव धमतरी