अनिल कुमार भतपहरीअनिल कुमार भतपहरी परिचय शीघ्र ही अपलोड होगा.गुरतुर गोठ में संग्रहित रचनायें .मन के दीया ल बारमन के दीया ल बारलीम चउरा के पथरा : कबितालीम चउरा के पथराजिनगी कइसे चलही रामछत्तीसगढ़ी नाटक - मतदान बर सब्बो झन होवव जागरूकसंसो झन कर गोरीकलाकार के कला के नई रहिगे हे मोलबाबा गुरु घासीदास के सब्बे मनखे ल एक करे के रहिस हे विचार मनखे मनखे एक समानमहानदी पैरी अउ सोढुर तीनो के मिलन इस्थान म लगथे राजिम मेलानवा बिहान