छत्‍तीसगढ़ी भासा परिवार के भाषा : विकास अउ साझेदारी

महोदय,
छत्‍तीसगढ़ी लोकाक्षर के स्‍वर्नांक (50 वां अंक) के लोकारपन अउ ‘छत्‍तीसगढ़ी भासा परिवार के भाषा : विकास अउ साझेदारी’ विसय म संगोष्‍ठी दिनांक 12.12.2010 दिन इतवार, 10.00 बजे बिहनिया, डी.पी.विप्र महाविद्यालय के सभागार म आयोजित हे।
कार्यक्रम के उद्घाटन छत्‍तीसगढ़ी भाषा के सियान लेखक अउ पूर्व सांसद माननीय केयूर भूषण, पं.श्‍यामलाल चतुर्वेदी अध्‍यक्‍छ, राजभासा आयोग के अध्‍यक्‍छता म करहीं।
कार्यक्रम म आपके उपस्थिति प्रार्थित हे।
विनीत
नन्‍दकिशोर तिवारी
संपादक
सहयोगी
भगत सिंह सोनी
डॉ.सुधीर शर्मा
डॉ.तरू तिवारी
प्रकासक
छत्‍तीसगढ़ी लोकाक्षर
अउ
छत्‍तीसगढ़ी लोकाक्षर परिवार, बिलासपुर (छ.ग.)
कार्यक्रम विवरन
बिहनिया 9.00 बजे – भासा रैली
10.00 बजे – छत्‍तीसगढ़ी लोकाक्षर के स्‍वर्नांक (50 वां अंक) के लोकारपन
मुख्‍य अतिथि – माननीय केयूर भूषण
अध्‍यक्छ – पं.श्‍यामलाल चतुर्वेदी
मझनिया 12.00 बजे – संगोष्‍ठी
छत्‍तीसगढ़ी भासा परिवार के भाषा : विकास अउ साझेदारी
अध्‍यक्‍छता – डॉ.रमाकांत श्रीवास्‍तव, खैरागढ़
मुख्‍य अतिथि – डॉ. नरेन्‍द्र गौरहरा, पूर्व कुलपति पं.रविवि
आधार वक्‍तब्‍य – डॉ.चित्‍तरंजन कर, रायपुर
श्री हरिहर वैष्‍णव, कोंडागांव 
डॉ.प्रेम दुबे, रायपुर
श्री सुधीर पाठक, अम्बिकापुर
2.00 से 2.30 बजे – भोजन अवकास
2.30 से 5.00 बजे – आम चरचा/संगोष्‍ठी के सार/निस्‍कर्स अउ समापन
अध्‍यक्ष- श्री हरिहर वैष्‍णव, कोंडागांव