पक्का मकान के आघू म एक ठन झोपड़ी म औरत ह अपन लईका ल भुलवार भुलवार के हड़ीया म सीथा ह चिपके रिहिस हे,तेला खवावत रहायI लईका ह नानुक अघाय भूखाय सीथा म पेट ह नई भरत रिहिस,अऊ घेरी बेरी दौड़त दौड़त पक्का मकान ल झांक के आवय Iओकर माई ह काहते रहाय काबर घेरी बेरी येती वोती भागत हस बेटा,त लईका ह बोलथे,माई एक ठन सवाल पुछव,पूछ बेटा फेर ज्यादा इतरा मत जेन हे वोला चुपे चाप खा Iलईका ह बोलथे माई,माई मनखें मन के अऊ दुबारा जनम होथे का, हव बेटा होथे काबर पूछत हाबस बेटा,मेंहा माई दूसरा जनम म भगवान् ल बोलतेव कि मोला कुकुर बना देतिच I कुकुर ल न माई पक्का मकान के मालिक ह पोसे ह त वोला रोटी,भात दाल साग,अऊ अंडा तको खवाथेI रोज वोला साबुन म नहलाथे,फेर वोला कार म घुमाय बर जाथे Iअऊ वोला जर आथे त डाक्टरे ह कुकुर करा आथे,अऊ ओकर खाय के थारी म अबड़ अकन भात के सीथा ह बाचे घलो रहिथेI तेकरे सेती मोला कुकुरेच बना देतिच काहत हौIअतका सुन के ओकर माई ह एके टक देख के अपन लईका ल पोटार के अपन फुटहा करम ल मने मन कोसत रिहिस हे I
विजेंद्र कुमार वर्मा
(भिलाई से.-4)
नगरगाँव वाले
मो.नं- 9424106787
अड़बड़ सुग्घर बियंग हे वर्मा भैया आपके बधाई हो आपला
जय राम जी की
बड दिन बाद यईसे बियंग पड़े बार मिलीसे मोला अड़बड़ सुग्घर लागीस आपमान धन्यवाद के पात्र हो
धन्यवाद,शर्मा जी
गरीबी के दुख ल बढिया उजागर करे हो भैया जी |
बधाई हो !
आजकाल के समाज के इही असल चेहरा आवय बड़े भाई……एक पइत अउ बधाई
रोहित जी, महेंद्र भाई,सुनीलशर्मा जी,आप मन ल ये ब्यंग ह बने लागिस ओकर सेती धन्यवाद
बहुत बड़िया हे भाई आप मन के ब्यंग ह।