सन् 1917 में छत्तीसगढ़ के गीत मन ल विदेसी मन रिकार्ड करे रहिन हें तेला पाछू बरिस शिकागो विश्वविद्वालय ह अपन बेबसाईट म सार्वजनिक करिस। सन् 1917 म कईसे रहिस छत्तीसगढ़ी भाषा सुनव, भूमिका श्रीमती संज्ञा टंडन जी के हे-
Related posts
अब नइ गिरय आँसू के बूँद, बोहावत हे इहां पानी के धार
नल जल योजना ले जल संकट वाले गांव मन म दूर होए लगे हे पेयजल के...पुतरी के बिहाव – सुधा वर्मा
रमा आज बहुत खुस हावय। आज अकती हे, आज ओखर पुतरी के बिहाव हावय। रमा के...लइका मन मं पढ़इ लिखइ के सउख कइसे बाढ़य?
बहिनी मन, ए तो तुमन जानत होहु कि लइका मन हमर देस के भविष्य ल संवारथे।...