राजिम नगर म छत्तीगढ राजभाषा आयोग के दू दिनिया 5 वॉं प्रांतीय सम्मेलन होईस

राजिम ल लहुट के – लक्ष्मी नारायण लहरे युवा साहित्यकार पत्रकार

छत्तीसगढी भाखा ल पोठ करे बर साहित्यकार मन के लगीस चौपाल
छत्तीसगढ राजभाषा आयोग ल परकासित पुस्तक मन के होईस विमोचन
नेवताए सगा सांसद चन्दूलाल साहू अउ धरमलाल कौशिक करीन कार्यक्रम ल उद्घाटन




कोसीर /रायगढ – छत्तीसगढ राजभाषा आयोग के 5 वॉं प्रान्तीय सम्मेलन हमर छत्तीसगढ के प्रयाग राजिम म 28 अउ 29 जनवरी के होईस । राजिम ल त्रिवेणी संगम के नाम ल घलो जाने जाथे इंहा महानदी, पैरी अउ सोंढूर के जल एक म मिल जाथे इंहा नहाके लोगन मन अपन ल धन्य मानथे अउ इंहा भगवान राजिव लोचन के अबड पुराना मंदिर हे जेहा पुरातातविक हे दूर दूर ल दरस करे बर आथें ।

छत्तीसगढ राजभाषा आयोग के दू दिनिया 5 वॉं प्रांतीय सम्मेलन स्वर्गीय संत कवि पवन दीवान ल समर्पित रहिस । सम्मेलन म हमर छत्तीसगढ के चार सौ ले जादा साहित्यकार मन सामिल होईन इंहा के सम्मेलन म 50 ल जादा साहित्यकार गोठियैया पहुना मन सम्मेलन ल संबोधित करिन

अवैया बछर 2018 म 6वॉं सम्मेलन जनवरी के 29 अउ 30 तारिख म बेमेतरा जिला म होही जेखर धोसना राजिम के सम्मेलन म होईस हावे । छत्तीसगढ राजभाषा आयोग के 5वॉं सम्मेलन ल सुरूवात नेवताए सगा सांसद महासमुंद चन्दूलाल साहू अउ छत्तीसगढ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष धरमलाल कौशिक ,छत्तीसगढ राजभाषा अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार पाठक ,सचिव सुरेन्र्क दुबे करिन । इंचे छत्तीसगढ राजभाषा आयोग ले परकासित पुस्तक शिव महापुराण अनुवादक श्रीमती गीता शर्मा ,कातिक महात्मय अनुवादक श्रीमती गिरजा शर्मा अउ 40 ल जादा साहित्यकार सगा मन के राजभशा आयोग ल आर्थिक मद्द ल परकासित पुस्तक के घलो विमोचन होईस अउ रायगढ जिला तमनार विकास खण्ड कर्मागढ के रहैया राश्ट्रीय स्तर बालकवि शंभूलाल शर्मा वसंत के छत्तीसगढी काब्य संग्रह नोनी बर फूल के घलो होईस विमोचन । सम्मेलन के पहली सत्र म संत कवि स्वर्गीय पवन दीवान ल लेके गोश्ठी होईस जेमा संत कवि पवन दीवान छत्तीसगढ पृथक राज्य आंदोलन अउ साहित्य ,अध्यात्म बिसय म श्री कृश्णा रंजन, डॉ. विनय कुमार पाठक, मुकुंद कौशल, डॉ. परदेशी वर्मा, रवि श्रीवास्तव नेवताए साहित्यकार सगा मन गोठ -बात करीन ।




दूसर सत्र म छत्तीसगढी भाषा अउ ब्रज भाषा म आपसी जुडाव म बोलैया साहित्यकार डॉ. राकेश मधुकर आगरा, अउ राधवेन्र्ज दुबे बिलासपुर वाले मन अपन बात ल पोठ करीन उही तीसरैया सत्र म छत्तीसगढी साहित्य अउ आधुनिकता बोध म डॉ. निरूपमा शर्मा रायपुर, डॉ. नलिनी श्रीवास्तव, शकुन्तला शर्मा, सुधा शर्मा, तुलसी तिवारी, डॉ. हन्सा शुक्ला अउ अनुसुईया अग्रवाल गोठ बात करिन छत्तीसगढी भाखा ल पोठ करिन उही संग म गीत प्रस्तुती उपर धलों गोठ बात होईस अपन अपन भाषा म अनुभव ल बाटीन । सम्मेलन के चौथैया सत्र म कवि सम्मेलन रहिस जेहर 8 बजे रथिया ले 12 बजे रथिया ल चलिस जेखर अध्यक्षता गणेश सोनी अउ मंच संचालन पद्मलोचन शर्मा, मुफट, अउ सहयोग देवैया कौशल साहू, प्रदीप, कांशीपुरी कुन्दन रामानन्द रहिन । कवि सम्मेलन म नेवताए साहित्यकार मन एक ल एक सुध्धर कविता पढिन उही रायगढ जिला कोसीर नगर ये पहुचोईया गीतकार सुनिल एक्सरे अपन महतारी भाखा म गीत गाईन त सबो डाहर ल थपोडी बाजे लागिस अउ गीत ल खुब पतियायीन ।

कार्यक्रम के दूसरिया दिन पॉंचवा सत्र म लोक ब्यवहार अउ राजकाज म छत्तीसगढी बिसय म डॉ. विहारी लाल साहू, डॉ. गणेश कौशिक, विजय मिश्रा, डॉ. माणिक विश्वकर्मा, श्याम वर्मा, डॉ. सोमनाथ यादव बिलासपुर, नेवताए साहित्यकार सगा मन गोठ करिन अउ मंच ल संचालन डॉ. सुधीर शर्मा करिन इंचें छठवा सत्र म पाठ्यक्रम अउ छत्तीसगढी भाखा म डॉ. दादूलाल जोशी अउ सहयोगी साहित्यकार मन अपन बात रखिन । सम्मेलन के समापन सत्र म सांसद महासमुंद चन्दूलाल साहू अउ छत्तीसगढ राजभाषा अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार पाठक ,सचिव सुरेन्र् दुबे रहिन अउ समापन के धोसना करिन । राजिम के 5 वॉं सम्मेलन म रायगढ जिला ल दू दरजन ल जादा साहित्यकार मन पहूचे रहिन जेमा रायगढ जिला के संयोजक जनकवि अंजनी कुमार अंकुर, शंभूलाल शर्मा, मिलन कॉंत मलरिहा, सुनिल एक्सरे, त्रिभुवन सिंह चितवा, जयशंकर डनसेना, अमित दुबे, गुलाब सिंह कवंर, प्रफुल्ल पटनायक, सोनू बरेठ, दिनेश देवांगन, दुर्गा सिह, डोलनारायण पटेल, इंचे छत्तीगढी साहित्यमंच के 100 ले जादा साहित्यकार पहूचे रहिन जेमा रमेश चौहान, सुनिल शर्मा ,हेमलाल साहू, महेन्र्र देवांगन, चोवा राम वर्मा, संतोष फरिकार, गुरतुर गोठ के संपादक संजीव तिवारी, वरिश्ठ साहित्यकार हरप्रसाद निडर, डॉ. मंगत रविन्र्द, जे.आर. सोनी, दिनेश चतुर्वेदी ,अउ सगा साहित्यकार मन रहिन। रायगढ जिला संयोजक अंजनी कुमार के मार्गदर्शन म रायगढ जिला के साहित्यकार मन राजिव लोचन मंदिर के दरस पाके अपन घर लौटीन।





युवा साहित्‍यकार लक्ष्मी नारायण लहरे उत्‍साही पत्रकार हें। कोसिर, जसपुर ले हमला ये समाचार छत्‍तीसगढ़ी म भेजे हे। ये अनुसार ले पहिली पईत कोनों पत्रकार ह प्रकाशन खातिर  छत्‍तीसगढ़ी भाषा म समचार भेजेे हे। उमन के नाम ये रिकार्ड दर्ज करे जाए, उमन पहला  पत्रकार बन गए हें।



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