असकरन दास जोगीअसकरन दास जोगीपरिचय शीघ्र ही अपलोड होगा.गुरतुर गोठ में संग्रहित रचनायें .बस्ताचँदा दिखथे रोटी कसधन्यवाद ल छत्तीसगढ़ी मँ का कइथें ?विष्णुपद: छंद - मोखारीधूवा मारे : विष्णुपद छंदकका के बिहाव : सार-छंदकहानी : डाक्टर बिलवा महराज के बेटा पीच दारूछत्तीसगढ़िया मन कहां हें ?नवा बछर के आवभगत