डोंगरी गुंगवावत हावय,कोरिया फूल महमहावय।
छन-छन पैरी बजावत बरखा रानी आवत हावय।
भुंईया पहिरे हरियर लुगरा
बादर दिखय करिया करिया।
मन मतंग होके बेंगवा छत्तीस राग गावत हावय।
छन-छन पैरी बजावत बरखा रानी आवत हावय।
किसनहा के मन हरसागे।
धनहा डोली म धान बोवागे।
रोपा,बियासी के बुता म रमके लइहा मतावत हावय।
छन-छन पैरी बजावत बरखा रानी आवत हावय।
गली -खोर सब चिखला माते।
नान्हे नान्हे जम्मो लइका नाचे।
नदिया-नरवा,ढोंडगा म बइहा धार बोहावत हावय।
छन-छन पैरी बजावत बरखा रानी आवत हावय।
रीझे यादव
टेंगनाबासा(छुरा)