जब ले तैं सपना से आयेमोला कुछु सुहावत नइयेसंगी तैं ह अतेक सुहायेपुन्नी चंदा ल देखेंवतोरे मुह अस गोल गढन… Read More
होरी के फाग म चैतू शूंभयफिरतू के बजे नंगारा हे।भांग-मंद मा मंगलू नाचे-झपयमंगतिन के मया भरे बियारा हे।बुधू ह उड़ावय… Read More
सुख कब पाहू दु घड़ी -दू मंजिला महल भीतर म।थीरा लवं का दाई थोकुन,माटी के कुरिया अउ खदर म।।जाड़ म… Read More
हाबे संसो मोला, होगे संसो मोला ये देश के।भाई-भाई भासा बर लड़थे, बिपदा गहरावथे महाकलेस के॥मंदिर-मस्जिद के झगरा अलग,सुलगावत रहिथे… Read More
बड़ भाग मानी मानुष तन।नंदिया तरिया कहत हे बन॥जग म होगे कुंभ नाम।मोर छत्तीसगढ़ के राजिमधाम॥ऋषि, मुनि के दरसन पाए।दूर-दूर… Read More
आगे बसंत आगे ना, मोर अंगना मां बसंत आगे नापियर-पियर आमा मउरे, लाली-लाली परसा फूलेमन मंदिर महकन लागे ना, आगे… Read More
मउरे आमा गमके अमरइयाझेंगुरा गावथे छंद।गुन गुनावत भंवरा रेचुहके गुरतुर मकरंद॥प्रकृति म समागे हे, ममहई सुगंध।आगे संगी येदे आगे रे,… Read More
सुर सुर सुर पुरवईया चले, रूख राई हालत हे।पूस के महीना कथरी, कमरा काम नई आवते॥सुटुर-सुटुर हवा मा पुटुर-पुटुर पोटा… Read More
हमर घर गाय नइए, अब्बड़ बडा बाय होगे।द्वापर मं काहयं, लेवना-लेवनाकलजुग मं कहिथें, देवना-देवनाकोठा म गाय नहीं, अलविदा, टाटा बाय… Read More
इसकुल म मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम चलत हेलइका मन के संगे-संग गांव के कुकुर घलो पलत हें।मंझनिया जइसे ही गुरुजीखाना खाय… Read More