टूटगे आजमरजादा के डोरीलाज के होरी ।पईसा सारनता-गोता ह घलोहोगे बेपार ।मन म मयासिरावत हे, पैसाहमावत हे ।बढती देखऑंखी पँडरियागेमया… Read More
कोकडा कस देह उज्जर, करिया हे मन ।आनी बानी के बाना, धरय छन-छन ।।घेरी बेरी बदलय, टेटका कस रंग ।कोनो… Read More
मुंड़ मे छैइहा तन भर बस्तर भूखन करंय बियारी उजियारी के समुन्हें भागे घपटे सब अंधियारी सबके होवय देवारी अइसन… Read More
गोठ गुने के गोठियांथव थोरुक सुन लव संगवारी न कउनो निंदा फजीहत न कउनो के चारी निरबंसी के धन मत… Read More
लबरा होगे राजा अउ खबडा होगे हे मंत्रीददा मन ले बाच पायेन त टीप देथे संतरीपांव के पथरा ल आ… Read More
आज मोर अंगना म छागे उजियारी चमकत जगमगावत आगे देवारी।चैत मानेन रामनवमी, बैसाख अक्ती ल। पुतरा-पुतरी बिहा करेन, चढ़ायेन तेल… Read More
चढ़के सरग निसेनी सुरूज के मति छरियागे हाय रे रद्दा रेंगोइया के पांव घलो ललियागे।बढ़े हावे मंझनिया संकलाए हे गरूआ… Read More
रइहीं तरिया म मनखे, पानी आबे,अमुआ डारी म बइठे जोहत रइहौं।घर म सुरता भुलाये, बइठे रहिबे,कोला बारी म मैंहा, ताकत… Read More