गीत

नइ आवै : देवीप्रसाद वर्मा ‘बच्चू जाँजगिरी’ के गीत

ये चंदैनी भरे रात जोडा़ नींद नइ आवै। छाती हवै कसमसात जोडा़ नींद नई आवै॥ बइठे हों सुरता के दीया… Read More

7 years ago

हमर गाँव अब जागिस : लखन लाल गुप्त के गीत

हमर गाँव अब जागिस संगी हमर गाँव अब जागिस। बिपत हमर सब भागिस संगी हमर गाँव अब जागिस॥ असल काम… Read More

7 years ago

लगथे आजेच उन आहीं : श्यामलाल चतुर्वेदी के कविता

डेरी आँखी फर कत हे लगथे आजेच जानत हौं उनकर सुभाव जानत हौ आतेच टू री ला पाहीं दू महीना… Read More

7 years ago

जागो उठो जवान रे : बंगाली प्रसाद ताम्रकार के गीत

बनिया साहेब - बाबू जागो, जागौ कुली किसान रे। छत्तिसगढ़ के माटी जागिस, जागौ उठो जवान रे॥ जागिस सहर भिलाई… Read More

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छत्तिसगढ़ के गंगा : हरि ठाकुर के गीत

दूध असन छलकत जावत हे, महानदी के धार। छत्तिसगढ़ के माटी ओखरे सेती करे सिंगार।। लहर लहर लहरावै खेती, डोलावै… Read More

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हे राम : नारायण लाल परमार के नवगीत

दुनिया मां नइये कखरो ठिकाना - मनखे ठाढ सुखावत हे राम, मनखे ठाढ सुखावत हे राम। झन पूछ भइया हाले… Read More

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सुरुज किरन छरियाए हे

तैंहर उचिजाबे गा, सुरुज किरन छरियाए हे। अब नइये बेरा हर, सुत के पहाये के अब नइये बेरा अंटियाये के… Read More

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किसान

नंगरिहा, नई उपजै तोर बिना धान। धरती पूंजी धरती रुंजी, धरती पूत किसान।। मिहनत ला जनमत पाये हस सबके सेवा… Read More

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अइसन दिन आये हे

अइसन दिन आये हे काँही झगरा नवां झन बिसाव जी। निकरत ले काम, लेवना लगाय जी। अब अइसन दिन आये… Read More

7 years ago

जय जय हो धरती मइया

जय जय हो धरती मइया। तोरेच बल में गरजत हावन खात खेलत बहिनी भइया। जय जय हो धरती मइया ॥… Read More

7 years ago