ए माटी के पीरा ल कतेक बतांव, कोनो संगी-संगवारी ल खबर नइए। ए तो लछमी कस गहना म लदे हे… Read More
चोला माटी के हे राम एकर का भरोसा, चोला माटी के हे रे चोला माटी के हे हो हाय चोला… Read More
तोर भोली सुरत मोला निक लागे रे, मोला निक लागे ।हरियर हरियर लुगरा पहिरे चूरी कारी कारीधीरे धीरे आवत रहे… Read More
मात-पिता के मान हो, गुरु के हो सम्मान।मनखे बन मनखे जीये, सद्बुद्धि दे दान।। ओ मईया ......लोभ मोह हिंसा हटे,… Read More
आई लव यू.........आई लव यू....तयं बोल रे मिट्ठू , आई लव यू....तपत कुरु के गये जमानाबोल रे मिट्ठू - आई… Read More
तपत कुरु भइ तपत कुरुबोल रे मिट्ठु तपत कुरुबडे बिहनिया तपत कुरुसरी मँझनिया तपत कुरुफ़ुले-फ़ुले चना सिरागेबाँचे हावय ढुरु-ढुरु ॥चुरी… Read More
होले तिहार बड़ निक लागेसबके मन -मा उमंग जागे.समधिन मारे पिचकारी,समधी ला बड़ सुख-सुख लागे. आमा मऊँरिन,परसा मन, पहिरिन केसरिया… Read More
छत्तीसगढ़ के प्रयागधाम राजिम म भगवान राजीवलोचन संग होली खेले के जुन्ना परम्परा हे। घुलैण्डी के दिन जब राजीवलोचन के… Read More
रंग बगरे हे बिरिज धाम माकान्हा खेले रे होली वृन्दावन ले आये हवे गोली ग्वाल के टोली कनिहा में खोचे बंसी मोर मुकुट लगाये यही… Read More