कुतर-कुतर के खाथस मुसवा, काबर ऊधम मचाथस मुसवा। चीं-चीं, चूँ-चूँ गाथस काबर तैं, बिलई ले घबराथस काबर तैं । काबर… Read More
बड़ सुग्घर महतारी के कोरा धान कटोरा धानी रे। डोंगरगढ़ बमलई ईहा तेलिन दाई के घानी रे।। पैरी सोंढुर के… Read More
जाड़ा कर मारे, कांपत हवे चोला बदरी आऊ पानी हर बईरी लागे मोला। गरु कोठारे बैला नरियात है, दूरा में… Read More
सुनो-सुनो ग मितान, हिरदे म धरो धियान। बाबा के कहना "मनखे-मनखे एक समान"।। एके बिधाता के गढ़े, चारों बरन हे,… Read More
सोनाखान के हीरा बेटा सोनाखान जमींदार रहय तैं, नाम रहय वीरनारायन। परजा मन के पालन करके, करत रहय तैं सासन।।… Read More
हाय रे जाड़ा हाय रे जाड़ा ऐसो एतेक बैरी हो गे ठिठुरत हवे हाड़ा हाय रे........ भिनसारे गोदरी में दुबके… Read More
धसकुड़ मं बिराजे ओ,घटारानी हावे तोर नांव...२ चिरई-चिरगुण चिंव-चाँव करत हे...२ मईयां मईयां रटे नांव...२ धसकुड़ मं बिराजे ओ,घटारानी हावे… Read More
हाथे धरे बीड़ा, लगावत हो रोपा मिले आबे संगी तै खेतवा कर धरी मिले आबे............... बेर उगते ही डसना उड़ासेन… Read More
गुरतुर हमर भाखा सिधवा हमर चाल हे। ऐ छत्तीसगढ़िया बड़ा कमाल हे.......2। अरपा पैरी हसदो के निरमल सुघ्घर पानी हे।… Read More
सुक्खा भुँइया ल हरियर करथंव, मय भारत के किसान । धरती दाई के सेवा करथँव, माटी मोर मितान । बड़े… Read More