गोठ बात

नवा बछर के आवभगत

अघ्घन अउ पूस के पाख चलत हे जेला सरमेट के अंगरेजी कलेंडर म दिसम्बर महिना कहे जाथे ! जब तक… Read More

7 years ago

स्कूल म ओडिसी .. पंथी, करमा काबर नहीं …?

छत्तीसगढ के जम्मो सरकारी स्कूल म पहली ले पाँचवी कक्षा तक पढईया लईका मन ला अब भाषा,गणित विज्ञान के अलावा… Read More

7 years ago

नवा पीढ़ी़ अउ छत्तीसगढ़ी़

हमर छत्तीसगढ़़ म अभी जउन नवा पीढी के लइकामन पढ-लिख के तियार होवत हें तेन मन ह छत्तीसगढी़ भासा ले… Read More

7 years ago

पुरखा मन के दूत होथे कउवा

चालीस-पचास बछर पाछू के बात आय। ममा गांव जावंव त पीतर पाख म ममा दाई ह बरा- सोहारी बनाय अउ… Read More

7 years ago

साहित्य म भ्रस्टाचार

हमर देस म कोनो छेत्र नइ बांचे हे जिंहा भ्रस्टाचार नइये। राजनीति म भ्रस्टाचार ह तो काजर के कोठी कस… Read More

7 years ago

हेलमेट के भूत

हमर मइके रइपुर म नवा रहपुर बन गे हे, तेन ल तो तेहां जानत हस। टूरा के दाई ह अपन… Read More

7 years ago

छत्‍तीसगढ़ राजभाषा आयोग के पांचवा प्रान्‍तीय सम्‍मेलन

नेवता छत्‍तीसगढ़ राजभाषा आयोग पांचवा प्रान्‍तीय सम्‍मेलन 'भगवान राजीव लोचन' के दुवार राजिम म आयोजित (स्‍व.संत कवि पवन दीवान जी ल… Read More

7 years ago

परशुराम

प्रकृति संभव हे, असंभव नइ हो सके, ओ ह सनातन रूप म ले चलत आवत हे अपनेच बनाए नियम रीत… Read More

7 years ago

अभी के समें अउ साहितकार

हमर देस ह संचार माध्यम के अतका बिकास करे ह हे जेकर बखान करना मुसकुल हे। संचार माध्यम म बिकास… Read More

7 years ago

कलजुगी नारद

जुन्ना समे म काकरो बनत काम ल बिगाडे बर, ककरो बिगडे रद्दा ल बनाय बर, एक-दूसर ल झगरा-लडुई कराय बर नारद… Read More

7 years ago