छप्पय

छन्द के छ : छप्पय छन्द

बिदेसी बाबू बिसराये ब्यौहार , पहिर अँगरेजी चोला महतारी अउ बाप , नजर नइ आवै तोला जाये बर परदेस ,… Read More

7 years ago