छंद

छन्द के छ : छप्पय छन्द

बिदेसी बाबू बिसराये ब्यौहार , पहिर अँगरेजी चोला महतारी अउ बाप , नजर नइ आवै तोला जाये बर परदेस ,… Read More

7 years ago

छन्द के छ : उल्लाला

जिनगी (उल्लाला – १३,१३ मा यति ,बिसम-सम तुकांत) जिनगी के दिन चार जी, हँस के बने गुजार जी दुख के… Read More

7 years ago

छन्द के छ : अमृत ध्वनि छन्द

जब तँय जाबे जाबे जब तँय जगत ले , का ले जाबे साथ संगी अइसन करम कर, जस होवै सर-माथ… Read More

7 years ago

छन्द के छ : कुण्डलिया छन्द

चेत हरियर रुखराई कटिस, सहर लील गिन खेत देखत हवैं बिनास सब, कब आही जी चेत कब आही जी चेत… Read More

7 years ago

छन्द के छ : रोला छन्द

मतवार पछतावै मतवार , पुनस्तर होवै ढिल्ला भुगतै घर परिवार , सँगेसँग माई-पिल्ला पइसा खइता होय, मिलै दुख झउहा-झउहाँ किरिया… Read More

7 years ago

छन्द के छ : सोरठा छन्द

देवारी राज करय उजियार, अँधियारी हारय सदा मया-पिरित के बार, देवारी मा तँय दिया, || तरि नरि नाना गाँय ,… Read More

7 years ago

छन्द के छ : दोहा छन्द

बिनती बन्दौं गनपति सरसती, माँगौं किरपा छाँव ग्यान अकल बुध दान दौ, मँय अड़हा कवि आँव | जुगत करौ अइसन… Read More

7 years ago

दोहा

सुकवि श्री बुधराम यादव जी के नवा  छत्तीसगढ़ी सतसई दोहा संग्रह "चकमक चिनगारी भरे " से साभार - -------------------------------------------------------------------------------------------------------- पहुना  कस बेटी… Read More

8 years ago

देवारी तिहार के बधई

[bscolumns class="one_half"] अँधियारी हारय सदा , राज करय उजियार देवारी मा तयँ दिया, मया-पिरित के बार || नान नान नोनी… Read More

10 years ago

दोहावली

1. चार चरण दू डांड़ के, होथे दोहा छंद । तेरा ग्यारा होय यति, रच ले तै मतिमंद ।।1।। विसम… Read More

10 years ago