भासा कइसना होना चाही?

छत्तीसगढ़ी भासा के लेखन ऊपर प्रस्न उठत हावय। कइसे बनिस ओमा कहाँ-कहाँ के कतेक सब्द समाय हावय। येला सब जानत हावयं। आज दूरदर्शन के हिन्दी कइसना हे येला सब सुनत हावयं। बोलचाल के हिन्दी अउ लिखे के हिन्दी अलग-अलग हावय। साहित्यिक हिन्दी अलग हावय। छत्तीसगढ़ी के संग घलो अभी अइसने होवत हावय। ये ह एक संधि काव्य आय। मैं अइसना समझथंव आज हिन्दी म अनेक सब्द अंग्रेजी समागे हावय वइसने छत्तीसगढ़ी म घलो अंग्रेजी हिन्दी के सब्द समागे हावय। येला स्वीकारे बर परही। लेखन म घलो बहुत फरक दिखाई देथे।…

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भासा के लड़ाई कहां तक

आज देस के एक राय अपन भासा ल सबके मुड़ ऊपर लादे बर खड़े होगे हावय। मुड़ म जादा वजन लादे मा दू बात हो सकथे। एक तो जादा वजन ल मनखेच्च गिर जही। दूसर, वो ह बोझा ल पटक दिही। ऊंहा अइसने होने वाला है। सब बोझा ल, बने अउ गिनहा रासनपानी, गोबर कचरा, फूलपान, कचरा-काड़ी ल एक जगह सकेले जाये अउ मौसम के मार एक साल ले खाय के बाद ओखर रूप ल देखे जाय त फेकइया मनखे घलो नई सोच सकय के ये ह काय बनगे हावय।…

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छत्तीसगढ़ी भाषा मं लिनक्स अउ विंडोज प्रोग्राम

अडबड खुसी के बात हे कि हमर भाखा के सोर चारो मूडा बगरत हे। कम्‍प्‍यूटर म हमर भाखा के झंडा फहराए बर हमर मयारू रवि भईया हर अपन मेहनत ले छत्तीसगढ़ी भाखा मं लिनक्स अउ विंडोज प्रोग्राम रिलीज करईया हे।  सरकार चाहही त ये प्रोग्राम ले हमर गांवों गांव के पंचईत भवन अउ च्‍वाईस सेंटर मन म हमर भाखा म चलईया कम्‍प्‍यूटर लग जाही। येखर ले कम्‍प्‍यूटर के प्रोगराम मन ला समझना अउ चलाना सरल हो पाही। जादा ले जादा मनखे संचार के ये तरीका ला अपन भाखा म असानी…

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