दोहा जऊन भक्त शरण पड़े, ले श्रद्धा विश्वास । श्रीगणेश पूरन करे, ऊखर जम्मो आस ।। चौपाई हे गौरा गौरी… Read More
दोहा जऊन भक्त शरण पड़े, ले श्रद्धा विश्वास । श्रीगणेश पूरन करे, ऊखर जम्मो आस ।। चैपाई हे गौरा गौरी… Read More
कहूं नगाड़ा थाप हे, कहूं फाग संग ताल। मेंहदी रचे हाथ म, अबीर, रंग, गुलाल॥अमरईया कोइली कुहकय, मऊहा टपके बन।पिंयर… Read More
कहूँ नाच-गम्मत कहूँ, कवी-सम्मलेन होय।कहूँ संत-दरबार सजै, कहूँ मेर कीरतन होय।। ओ मईया ......सिद्धि पीठ, मंदिर-मंदिर, जले जंवारा जोत।जेकर दरसन… Read More
बम्लेस्वरी बल दान दे, मयं बालक कमजोर।तोर किरपा मिल जाय तो, जिनगी होय अँजोर।। ओ मईया ......दंतेस्वरी के दुवार मा,… Read More
दुर्गा के दरबार मा, मिटे, दरद ,दुःख, क्लेस।महिमा गावें रात-दिन, ब्रम्हा बिस्नु महेस।। ओ मईया ......किरपा कर कात्यायिनी, मोला तहीं… Read More
नवग्रह के पूजा करैं, पूजैं गौरी-गनेस।खप्पर-कलस ला पूज के, काटयं कलह-कलेस।। ओ मईया ......तोर चरण अर्पण करवं, नरियर, मेवा, पान।जय… Read More
ओ मईया ......मूड़ मुकुट- मोती मढ़े, मुख मोहक-मुस्कान।नगन नथनिया नाक मा, कंचन-कुंडल कान।। ओ मईया ...... मुख-मंडल चमके-दमके, धूम्र विलोचन… Read More
छत्तीसगढ़ के जन-कवि स्व.कोदूराम 'दलित' जी ह आजादी के संघर्स के समय रास्ट्रीयता के भावना जागृत करे खातिर दलित जी… Read More