व्यंग्य

ररुहा सपनाये …….

[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="ये रचना ला सुनव"] सरग म बरम्हा जी के पांच बछर के कारकाल पुरा होगे । नावा… Read More

7 years ago

गदहा मन के मांग

[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="ये खबर ला सुनव"] एक दिन गदहा मन के गांव म मंझनिहां बेरा हांका परिस- गुडी म… Read More

7 years ago

अपन अपन रुख

[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="ये खबर ला सुनव"] रुख रई जंगल के , बिनास देख , भगवान चिनतीत रिहीस । ओहा… Read More

7 years ago

दसवा गिरहा दमांद

जोतिस के जानकार मन ल नौ ले उपरहा गिनतीच नइ आवय। तेकर सेती जोतिस म नौ गिरहा माने गे हे।… Read More

7 years ago

जुग जुग पियव

भरे गरमी म , मंझनी मंझना के बेरा । जंगल म किंजरत किंजरत पियास के मारे मरत रहय भोलेनाथ ।… Read More

7 years ago

सवच्छ भारत अभियान

गांव ला सवच्छ बनाये के सनकलप ले चुनई जीत गे रहय । फेर गांव ला सवच्छ कइसे बनाना हे तेकर… Read More

7 years ago

बियंग : बरतिया बाबू के ढमढम

बिहाव के गोठ छोकरी खोजे ले चालू होथे अऊ ओखरो ले पहिली ले दुल्ही-दुल्हा दुनो घर वाला मन हा गहना-गुट्ठा… Read More

7 years ago

अब मंतरी मन बर रेड सिग्नल … लाल बत्ती खतरा हे !

रेड सिग्नल वइसे खतरा के निसान माने जाथे। फेर इही खतरा के निसान कोन जनि कब ले नेता-मंतरी ले के… Read More

7 years ago

व्‍यंग्‍य : नावा खोज

डोकरी दई के छोटे बेटा ला परदेस मे रहत बड़ दिन होगे। चिट्ठी पतरी कमतियागे। बेटा ल बलाये खातिर, खाये,… Read More

7 years ago

व्‍यंग्‍य : गवंई गांव के रद्दा म बस के सफर

बस के सफर में का मजा आथे तेला तो गवंई गांव के रद्दा में जेहा बस के सफर करे होही… Read More

7 years ago