व्यंग्य

व्‍यंग्‍य : पनही

गुरूजी के पनही, ओकर पहिचान आय। नानुक रिहीस तब ओकर ददा, जे पनही ल पहिने, उही पनही ल गुरूजी घला… Read More

7 years ago

होली के रंग – राशिफल के संग

हमर हिन्दू धर्म में पंचांग के बहुत महत्व हे।कोई भी काम करथन त पहिली पंचांग देखथन तब काम के शुरूआत… Read More

7 years ago

चलती के नाम गाड़ी, बिगड़ गे त…

बहुत साल पहिली किसोर कुमार, असोक कुमार अउ अनूप कुमार तीनों भाई के एक ठन फिलिम आय रहिस हे- चलती… Read More

7 years ago

व्‍यंग्‍य : कलम

दू झिन संगवारी रिहीन । अब्बड़ पढ़हे लिखे रिहीन । अलग अलग सहर म रहय फेर एके परकार के बूता… Read More

7 years ago

नौ हाथ लुगरा पहिरे तभो ले देंहे उघरा

बिकास के चरचा चारों मुड़ा म होये । गांव गंवई के मनखे मन बिकास देखे बर तरसत रिहीन । हमर… Read More

7 years ago

छत्तीसगढ़ी व्यंग्य : नोट बंदी के महिमा

8 नवंबर के दिन भारत के एक एतिहासिक दिन हवय। ए दिन टीवी म रात के 8 बजे जब खबर… Read More

7 years ago

यमराज ह पिकनिक मनाय जब धरती म आइस

धरती में खास करके भारत में देवारी तिहार के तैयारी चलत रहिस। रंग रोगन फटाका झालर बलफ से दुकान मन… Read More

7 years ago

गरीब मुलुक के बड़हर नेता

हमर देश भर नहीं भलुक पूरा दुनिया के एकेच हाल होगे हवय। हर देश ह अपन देश के कमजोरी ल… Read More

7 years ago

व्यंग्य : ममा दाई के मुहुं म मोबाइल

रात बेरा के बात आय। रइपुर ले जबलपुर बस म जावत रेहेंव। बारह बजे रहिस होही। बस म बइठे सबो… Read More

7 years ago

बियंग: परगति

बात तइहा तइहा के आये। मनखे अऊ कुकुर के बीच ताकतवार होये के परतियोगिता सुरू होइस। एक घांव कुकुर हा… Read More

9 years ago