मत जाना रे बालक बेटा कौरू नगर मत जाना मत जाना रे गोपी चंदा कौरू नगर मत जाना कौरू नगर के अटपट हे जादू कोई पारे नइ पाया बड़े-बड़े राज हॅ पथरा गा होगे । वापस कोनो नहीं आया रे बालक देखे करम ला छाड़ दीस कथंव मत जाना रे बेटा कौरू नगर मत जा। मत जा बेटा। कामरूप के तिलस्मी संसार को जीवंत चित्रित करती अद्भुत और पल-पल रोमांचित करती छत्तीसगढ़ी लोकगाथा आडियो-वीडियो, टैक्स्ट और हिन्दी अनुवाद के साथ सहपीडिया में इस लिंक Gopichanda performed by Dani Ram Banjare…
Read MoreCategory: लोक
जसगीत अउ छ्त्तीसगढ – दीपक शर्मा
जब भादो के कचारत पानी बिदा लेथे अउ कुंवार के हिरणा ला करिया देने वाला घाम मुड मा टिकोरे ले धर लेथे। धान कंसाये ला धर लेथे ,तरीया के पानी फ़रीया जथे खोर के चिखला बोहा जथे अउ चारो खूंट सब छनछन ले दिखे लागथे । हरियर लहरावत फसल अउ अपन मेहनत ला सुफल होवत देख के गांव गांव म सबे मनखे सत्ती दाई के पूजा म मगन हो जथे, जुगुर-जुगुर जोत चमके लागथे, माता देवाला मा जसगीत अउ मांदर के थाप झमके लागथें। मांदर के जसगीत से उही नता…
Read Moreजसगीत अउ छ्त्तीसगढ – दीपक शर्मा
जब भादो के कचारत पानी बिदा लेथे अउ कुंवार के हिरणा ला करिया देने वाला घाम मुड मा टिकोरे ले धर लेथे। धान कंसाये ला धर लेथे ,तरीया के पानी फ़रीया जथे खोर के चिखला बोहा जथे अउ चारो खूंट सब छनछन ले दिखे लागथे । हरियर लहरावत फसल अउ अपन मेहनत ला सुफल होवत देख के गांव गांव म सबे मनखे सत्ती दाई के पूजा म मगन हो जथे, जुगुर-जुगुर जोत चमके लागथे, माता देवाला मा जसगीत अउ मांदर के थाप झमके लागथें। मांदर के जसगीत से उही नता…
Read More