संतान के सुख समृद्धि की कामना का पर्व- हलषष्‍ठी

वीरेन्द्र ‘सरल‘ संसार में हर विवहित महिला के लिए मातृत्व का सुख वह अनमोल दौलत है जिसके लिए वह कुबेर के खजाने को भी लात मारने के लिए सदैव तत्पर रहती है। माँ अर्थात ममता की प्रतिर्मूत, प्रेम का साकार स्वरूप, त्याग और बलिदान की जीवन्त प्रतिमा। माँ षब्द को चाहे जितने उपमान देकर अलंकृत करने का प्रयास किया जाये पर माँ के विराट व्यक्तित्व के सामने सब बौने सिद्ध होते है। माँ सदैव अपने संतान के सुख समृद्धि की कामना करती है इसके लिए उसे चाहे जीवन में कितना…

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ब्रत उपास : कमरछठ अउ सगरी पूजा

नारी मन अपन परिवार के सुखशांति अउ खुसहाली बर अबड़ेच उपास धास करथँय। कभू अपन बर गोसइँया पायबर, पाछू अपन सोहाग ला अमर राखे बर। कतको घाँव तिहार बार मा, देंवता धामी मन के मान गउन करेबर अउ पीतर मन के असीस पायबर घलाव उपास करथँय।अइसने एक उपास महतारी मन अपन लइकामन बर राखथँय।एला कमरछठ , खमरछठ, अउ हलछस्ठी उपास कहिथँय। ये उपास ला बिहाता नारी अउ लोग लइका होय महतारी मन रहिथँय। कमरछठ मा सगरी पूजा के महत्तम हे।ये दिन महतारी मन बिहनिया ले मंजन ब्रस नइ करके महुवा…

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रुद्री के रुद्रेश्वरधाम

धमतरी जिला ले ६किलोमीटर गंगरेल रोड रक्छेल दिसा रोडेच तिर म लगे रुद्री गांव हे रुद्री बस्ती म गांव वाले अउ सरकारी कालोनी म सरकारी करमचारी अधिकारी लोगन मन निवासरत हे गांव अउ कालोनी दुनो मिलाके ईहां के जनसंख्या २०००-२५०० के लगभग हे रुद्री म सरकारी विभाग के कलेक्ट्रेट,एसपी आफिस, जिला पंचायत,जनपद पंचायत,जल संसाधन, पुलिस लाइन,पुलिस थाना,अउ अन्य विभाग के कारयालय ईहे हे महानदी के खड़ म बसे रुद्री गांव जिहां के रुद्रेश्वरघाट अउ रुद्री बांध जलाशय खुबचंद बघेल के नांव बड़ बिख्यात हे जेन इतिहास के पन्ना म उल्लेख…

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दुसरो के बाढ़ ला देखना चाही : सियान मन के सीख

सियान मन के सीख ला माने मा ही भलाई हे।संगवारी हो तइहा के सियान मन कहय-बेटा! परेवा कस केवल अपनेच बाढ़ ला नई देखना चाही रे दुसरो के बाढ़ ला देख के खुश होना चाही। फेर हमन उॅखर बात ला बने ढंग ले समझ नई पाएन। ए दुनिया में अइसे बहुत कम मनखे हावय जउन मन ला दूसर के तरक्की बर्दाश्त होथे। देखे जाय तो हमन सहीं मनखे के अउ सहीं काम के जतका विरोध करथन ओतके विरोध कहूं गलत मनखे के अउ गलत काम के करन तब तो ये…

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देव म महादेव भकूर्रा महादेव

हमर छत्तीसगढ़ राज म सिव परम्परा हर अब्बड़ पुराना हवय।इंहा के कलचुरी राजा मन हर बड़का -बड़का सिव मंदिर के निरमान ल करवाइन, त ले जेमा कछु सिव मंदिर हर स्वयंभू हरे। जेमा सबले अदभुत अउ पुराना स्वयंभू भूतेश्वर नाथ ‘भकूर्रा महादेव’ हवय। छत्तीसगढ़ राज म जिला गरियाबंद म बिराजे भूतेश्वर नाथ ‘भकूर्रा महादेव’ हर गरियाबंद ले 3 कि। मी। दूरिया म नानकुन गांव मरौदा म बिराजे हवय। इंहा के सिव लिंग हर अब्बड़ बिसाल हवय। अब्बड़ बड़का पहार म सिव लिंग के छबि हर विराज मान हवय। इही सिवलिंग…

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नरहराधाम छोटे जलप्रपात

प्राकृतिक के गोद म बसे नरहराधाम जिला मुख्यालय धमतरी ले महज ३५ किलोमीटर अउ कुकरेल ले लगभग लगभग २०किलोमीटर उड़ती मुड़ा नगरी ब्लाक वनांचल कोटरवाही गांव के निकट म स्थित हे! जंगलराज कोटरवाही मगौद झुरातराई बासीखाई अउ आप परोस के गांव बर पर्यटन स्थल के जगा बन गेहे! नरहराधाम घनघोर जंगल रुख राई डोंगरी पहाड़ी के बीच कोटरवाही गांव के सियार म स्थित हे! नरहराधाम घुमाईया फिराईया पर्यटक मनके जाय बर मोटर गाड़ी फटफटी साईकिल के सुविधा ल देखत पैयडगरी आय जाय बर रुख राई ल काटके, पहाड़ पथरा फोरके,…

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शिवशंकर के सावन सम्मार

हमर हिन्दू पंचांग के दिन तिथी के नामकरन हा कोनो ना कोनो देवी-देवता मन ले जुड़े हावय। सब्बो सातो दिन के नाँव के कथा हा अलग-अलग हावय। सनातन धरम मा जम्मों तिथी के नाँव हा देवता मन ले जुड़े मिलथे। सातो दिन पहिली मा सबले पहिली दिन इतवार के संबंध भगवान सूरुज नरायन ले माने जाथे। तीसरइया दिन मंगलवार के संबंध हा संकट मोचन हनुमान ले माने जाथे। कोनो कोनो जघा मा कोनो कोनो मन हा ए दिन गनेस देवता के दिन मानथे। बुधवार के दिन भगवान बुध के बिधि-बिधान…

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अब एक नवा इतिहास लिखव

मया पिरा में सोवइया हो,अभी बेरा हे जाग जावव.. एखर ले पहिली के तुंहर ए नींद, राज ल ले डुवय… जाति-पाती मा देश ला , बांटके बन्टाधार करइया… अपन हित चाहत हव, ते अब तो एक हो जावव… भाखा के नाम मा लड़इया होवा……. हिंदी ला जग के सिरमौर बनावव…………. राष्ट्र हित मा कुछु तो तियागे करव तुमन एखर ले पहिले के देश फेर ले गुलाम बन जावय……. आधुनिकता केवल पहिनावा ले नि होय संगी…. बात ला अभी भी धर लव तुमन…………. फिर कभू कोनों लंग कोनो भूखे झन सोए……

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परकिती के परती आत्मियता के तिहार ये हरेली

कोनो भी देस-राज के पहिचान ओखर सभियता अऊ संसकिरिती से होथे। हमर भारत देस ह आनी-बानी के सभियता अऊ संसकिरिती के देस हाबय। इहा जम्मू कसमीर से ले के कनियाकुमारी तक अऊ अरूनाचल परदेस से ले के गुजरात तक आनी-बानी के सभियता अऊ संसकिरिती ल मानने वाला म रईथे। हमर भारत देस ह किरसी परधान देस ये अऊ किसान देस के अरथबेवस्था के रीढ़ ये। भारत के हर राज म किसान मन ऊंहा के परंपरा अऊ संसकिरिती म फसल के बोआई से ले के मिसाई तक तिहार के रूप म…

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लइका बर खसरा अउ रुबैला टीका

समाज अउ सरकार दूनो हा लइका मन के स्वास्थ अउ इलाज बर नवा नवा उदिम करत हवय।देस के भविष्य, 9 महिना से लेके 15 बच्छर के लइका मन ला बने बने राखेबर टीकाकरन अभियान चलाय जावत हे। एमा शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास अउ पंचायत विभाग संघरा मिलके प्रचार प्रसार करत हे। 6 अगस्त से 15 अगस्त के बीच टीकाकरन हफ्ता मनाय जाही। इस्कूल, स्वास्थ्य केन्द्र, सरकारी अस्पताल अउ आँगनबाड़ी मा टीका लगाय जाही। अइसे तो लइका के जनम धरे के पाछू ले डेढ़ बच्छर तक होवत ले…

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