छंद चालीसा
“छत्तीसगढी छंद के कोठी”
रमेशकुमार सिंह चौहान
प्रकाशक
आशु प्रकाशन
पता- प्लाट नं. 509 मिलेनियम चौक
सुंदर नगर, रायपुर (छग)
मोबाईल : 09302179153
छत्तीसगढ राजभाषा आयोग के सहयोग से प्रकाशित
आवरण चित्र : प्रकाश सिंह प्रकाश
आवरण सज्जा : लोकेश सिंह चौहान
प्रथम संस्करण : 2017
मूल्य : 200 रुपये मात्र
कॉपी राइट : लेखकाधीन
भूमिका
अरुण कुमार निगम
आदित्य नगर, दुर्ग
छत्तीसगढ
मोबाइल – 8319915168, 9907174334
दू आखर मन के बात
सम्माननीय पाठक मन ला
सादर जयजोहार
अपन समालोचना रूपी आशीर्वाद देहूँ, आशा अउ विश्वास हे…
– रमेशकुमार सिंह चौहान
मिश्रापारा, नवागढ
जिला-बेमेतरा (छ.ग.)
पिन-491337
मो.–9977069545, 8839024871
कोन मेरा का विवरण | |
जानव अपन छंद ला | 25.4 झूमत नाचत बसंत आये |
1. सुगती छंद | 25.5 दरत हवय छाती मा कोदो, |
1.1 गणेश वंदना | होके हमरे भाई |
1.2 मया करले | 25.6 होरी हे होरी हे होरी |
2. छबि छंद | 25.7 जय हो जय हो भारत माता |
2.1 जय जय किसान | 25.8 लहर-लहर लहराये मइया, तोरे जोत-प्रैवारा |
3. गंग छंद | 25.9 जग ला मोहे, तोर |
3.1 हे काम पूजा | 25.10 कुँवा.जन्न ,अद्र पार मा मोर मयारू, |
4. दीप छंद | देखे रहेंव तोला, कुँवा पार मा |
4.1 मोर छत्तीसगढ | (सार छंद मा गीत) |
5. अहीर छंद | 25.11 मैं पगला तैं पगली होगे (गीत) |
5.1 मनखेपन | 25.12 ये नोनी के दाई सुन तो |
6. तोमर छंद | 25.13 पैरी चुप हे साटी चुप हे, मुक्का हे कऱ्धनिया |
6.1 भाखा तैं बने बोल | 25.14 छोड नशा पानी के चक्कर |
6.2 भौतिकवाद के फेर | 25.15 बरस बरस ओ बरखा रानी |
7. चंडिका छंद | 25.16 हरेली तिहार |
7.1 नोनी बाबू एक हे | 25.17 मोर ग्रैव हे सुख्खा |
8. उल्लाला छंद | 25.18 खोर-गली बिन ठगङडी लागय |
8.1 काठी के नेवता | 25.19 चारो कोती ले मरना हे |
8.2 धन धन तुलसी दास ला | 25.20 छत्तीसगढी भाखा रोवय |
8.3 जगन्नाथ भगवान के रथ यात्रा | 26. छन्न पकैया |
8.4 जनम दिन के बधाई | 26.1 आज हरेली हाबे |
8.5 गीत-जीबो मरबो देश बर | 26.2 नारी नो हय अबला |
8.6 गीत-गोदवांय हँव गोदना | 27. चवपैया छंद |
9. कज्जल छंद | 2.1 प्रभु ला हस बिसराये |
9.1 कंचन काया हवय तोर | 27.2 देवारी |
9.2 जइसे मन मा सोच होय | 27.3 हमर देश |
10. मधुमालती छंद | 2.4 छत्तीसगढी |
10.1 ये गाँव ए | 28. कुकुभ छंद |
11. सखी छंद | 28.1 भरे मइल मन मा कतका |
11.1 नोटबंदी | 28.2 संस्कारी बीजा बो दा |
12. विजाती छंद | 29. आल्हा छंद |
12.1 मया के महिमा | 29.1 जगमग जगमग जोत करत हे |
13. मनमोहन छंद | 29.2 जागव जागव अब बस्तरिहा |
13.1 मनखे के हे, एक धरम | 29.3 अमर कथा सुन लौ बाबा के |
14. चौबोला | 29.4 छत्तीसगढ महतारी के गोहार |
14.1 देश-भक्ति हा, बड नेक हे | 29.5 आतंकी सोच ल मार गिराव |
15. चौपई छंद | 29.6 जय हो जय हो मइया तोरे |
15.1 तीजा | 297 जागव जागव भारतवासी |
16. चौपाई | 29.8 कब तक हम सब झेलत रहिबो |
16.1 मोर छत्तीसगढ के नारी | 29.9 जात पात हा होगे एक ? |
16.2 अटकन बटकन दही चटाका | 30. त्रिभंगी छंद |
16.3 जय जय मइया आदि भवानी | 30.1 जय जय गुरूदेवा |
16.4 चल चिरईया नवा बसेरा | 30.2 थोकिन गुनले, बेटा मोरे |
16.5 तोर करेजा पथरा होगे (चौपाई गीत) | 30.3 हे जग कल्याणी, आदि भवानी |
17. रोला छंद | 30.4 आये देवारी |
17.1 देवारी | 30.5 गणतंत्र परब |
17.2 काम हे तोर लफंगी | 30.6 बैरी ला मारव |
17.3 वाह रे पढई लिखई | 30.7 मनखे होगे, जस भट्टसा |
17.4 मनखेपन | 30.8 ये मनखे चोला, सुन रे भोला |
17.5 जोत-जवारा | 30.9 भौजी के रांधे |
17.6 यशोदा के ओ लाला | 30.10 सुन बरखा दाई, करव सहाई |
17.7 खोजव संगी मोर, कहां मनखे गंवागे | 31. बरवै छंद (नंदा दोहा) |
17.8 हे गुरू घासीदास | 32. दोहा |
17.9 जबर गोहार लगाबो | दोहा-जनउला |
17.10मोर गवा गे गाँव | 33. छप्पय छंद |
17.11 रोला मुक्तक | 33.1 राम नाम जप ले |
18. सिंहिका (शोभान) छंद | 33.2 कहय शहिद के बेटवा |
18.1 देश ला मत बाँट | 33.3 एक रहव |
18.2 तोर गुस्सा | 33.4 काम-बुता करव |
19. रूपमाला छंद | 33.5 तोर पहिचान |
19.1 पढे काबर चार आखर | 34. कुण्डलियां |
19.2 हमर सैनिक हमर धरती, हमर ये पहिचान | 34.1 मुखिया |
20. विष्णुपद छंद | 34.2 गुरू घासीदास के संदेश |
20.1 जात-पात | 34.3 छत्तीसगढ के लता-ममता चंद्रकार |
21. कामरूप छंद | 34.4 सुख्खा होगे बोर |
21.1 ए गोरी | 34.5 दिखय ना पानी बादर |
22. गीतिका छंद | 34.6 आंगा-भारू लागथे |
22.1 छेरछेरा के परब | 34.7 लंबा लबरा जीभ |
22.2 तफर्रा घाम | 34.8 पहा जथे हर रात |
22.3 तै निराशा मेट दे | 34.9 कइसे मैं हर करव, बेटी के ग बिहाव |
224 हे महामाई दया कर | 34.10 करम बडे के भाग |
225 काम ये खेती किसानी | 35. मत्तगयंद सवैया |
22.6 ये हमर तो देश संगी | 35.1 झूमत नाचत फागुन आगे |
23. सरसी छंद | 35.2 पूस |
23.1 जय जय महादेव | 35.3 शक्ति उही हर मातु कहाये |
23.2 दारू (जोगीरा स रा र रा) | 35.4 गाँव जिहां लटका सब खेलय |
23.3 होली हे होली हे होली ( जोगीरा स रा र रा) | 35.5 नाचत गात मनावत होरी |
234 मन के अंधियारी मेट ले (गीत) | 35.6 गाँव बसे हमरे दिल मा |
24. हरिगीतिका | 36. मदिरा सवैया |
241 जय माँ भवनी आदि माता | 36.1 घाम करे अतका अब |
24.2 छत्तीसगढ महतारी | 36.2 ईश्वर एक हे |
24.3 मनखे | 37. दुर्मिल सवैया |
244 जय हो भारत देश के | 37.1 बिटिया, तैं करबे बड नाम उहां |
245 अपने डहर मा रेंग तैं | 37.2 झन झूमव शान गुमान म रे |
25. सार छंद | 38. सुमुखी सवैया |
25.1 हम छत्तीसगढिया आन रे | 38.1 गियां |
25.2 बादर कस चुन्दी बगराये, चमकत रेंगय टूरी | 39. सुन्दरी सवैया |
25.3 आतंकी बैरी | 39.1 गुण-दोष ल जाँचव पढई लिखई के |
40. कहमुकरिया |
[responsivevoice_button voice=”Hindi Female” buttontext=”ये रचना ला सुनव”]