धन-धन रे मोर किसान धन-धन रे मोर किसान मैं तो तोला जानेव तैं अस, तैं अस भुंइया के भगवान। तीन… Read More
तिरिया- (कुण्डलिया छन्द) तिरिया ऐसी ब्याहिये, लड़ै रोज दस बेर घुड़की भूल कभी दिए, देखै आँख लड़ेर देखै आँख लड़ेर,… Read More
तोला देखे रेहेंव गा, तोला देखे रेहेंव गा ।धमनी के घाट मा बोईर तरी रे ।।लकर धकर आये जोही, आंखी… Read More