गोकुल राम साहूगोरी के सुरताचतुर्भुज सिरक्कटी धामतीजा तिहारहरेली तिहार आवत हेअकती बिहावनंदावत हे अकती तिहारधुरसा-मुरमुरा के झरझरा दाईआगे परब नवरात केछत्तीसगढ़ के माटीनारी सक्तिकविता- बसंत बहारसरसती वंदनाये जमाना बिगड़ गेसुग्घर हे मोर छत्तीसगढ़फैसन के जमानाघटारानी हावे तोर नांवराजिम नगरीभारत माँ के दुलौरिन बेटी