हेमनाथ वर्मा विकल के जनम 2.9.1937 म भिलाई म होय रहिस। वर्मा जी हास्य-व्यंग्य के माधयम ले आज के पाखंड ल उधेड़ के रख दैं। खरी-खरी कहना उंकर आदत रहिस। सन् 1950 ले उन लगातार लेखन करत रहिन फेर आज के दू साल पहली उंकर इंतकाल हो गय। अउ परमानंद भजन मंडली के एक भक्त कवि के बानी अवरूद्ध हो गईस। उंकर प्रतिनिधि काव्य संग्रह चुरूवा के पानी छत्तीसगढी़ काव्य के अनूठा संग्रह आय। मनमोहन हनुमान जन्म कृष्ण चरित्र अउ छत्तीसगढी़ हसगुल्ला घलोक मन उकरेच रचना आय जेमा उंकर भक्ति भावना हर उजागर होथे। भिलाई म उन 1960 म छत्तीसगढी़ साहित्य परिषद के संगठन करके युवके मन ल प्रेरना देहे रहिन।
Hemnath Vema “Vikal”