महासमुंद, राज्य शासन के गाइडलाइन के अनुसार प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालयों का समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार को अवकाश घोषित है। बावजूद इसके शासकीय कार्यालय में लगातार अधिकारी-कर्मचारी राज्य शासन के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। जिसे देखते हुए महासमुंद जिले में कलेक्टर एक्शन मोड पर है। महासमुंद जिले में समय पर कार्यालय नहीं आने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर कलेक्टर विनय कुमार लंगेह सख्त नजर आ रहे है।
इसी कड़ी में बुधवार की सुबह 9.55 बजे कलेक्टर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे और कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान कार्यालय की कार्यप्रणाली की जानकारी ली और कर्मचारियों की उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया। इस दौरान विभाग के 05 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए।अनुपस्थित कर्मचारियों में मुख्य लिपिक एल.आर. तारम, वरिष्ठ लेखा परीक्षक एस.जे.कुरैशी, सहायक ग्रेड-01 चैन सिंह दीवान, सहायक ग्रेड-02 मनोज पुरी गोस्वामी, और डाटा एंट्री ऑपरेटर श्याम लाल साहू शामिल हैं। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने इस अनुशासनहीनता को गंभीरता से लेते हुए अनुपस्थित कर्मचारियों को तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए।
साथ ही कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि, भविष्य में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और आवश्यकतानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि, लगातार कलेक्टर शासकीय कार्यालयों के दौरा कर रहे है, शासकीय कार्यालयों में कलेक्टर का सतत् निरीक्षण जारी है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर स्वयं निर्धारित समय के 5 मिनट पहले ही कार्यालय पहुंच जाते है, और दैनंदनी लेकर हाजिरी लेते हैं। उनके औचक और सतत् निरीक्षण से प्रशानिक काम-काज में कसावट और कार्यालयों में अधिकारी कर्मचारियों की उपस्थिति देखने को मिल रही है। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ एस.आलोक भी मौजूद थे। इसके अलावा, उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी बी.आर.सावंत को निर्देश दिए कि, कार्यालय में अनुशासन बनाए रखा जाए और सभी कर्मचारी समय पर उपस्थित रहें। उन्होंने कहा कि, सरकारी कार्यों में किसी भी प्रकार की बाधा स्वीकार्य नहीं होगी।
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