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छत्तीसगढ़ी व्‍यंग्‍य साहित्य को लतीफ घोंघी के अवदान का मूल्‍यांकन

Evaluation of the contribution of Latif Ghonghi to Chhattisgarhi satire literature

शोधकर्ता: देवांगन, रीना
गाइड : शर्मा, शीला
कीवर्ड: कला और मानविकी, साहित्य, साहित्य
विश्वविद्यालय: पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय
पूर्ण तिथि: 2016

छत्तीसगढ़ी व्‍यंग्‍य साहित्य को लतीफ घोंघी के अवदान का मूल्‍यांकन

रूपरेखा

अध्याय- प्रथम
व्यंग्य का स्वरूप एवं उसकी व्याख्या
1.1 व्यंग्य का अर्थ
1.2 व्यंग्य की परिभाषा
1.3 व्यंग्य के तत्व
1.4 व्यंग्य के प्रकार

अध्याय- द्वितीय
हिन्दी व्यंग्य का उद्भव एवं विकास –
2.1 गद्य में व्यंग्य विधा का उद्गम
2.2 प्राचीन साहित्य में व्यंग्य
2.3 आधुनिक साहित्य में व्यंग्य का विकास
2.4 भारतेन्दु युग में व्यंग्य
2.5 द्विवेदी युग में व्यंग्य
2.6 छायावादी युगीन गद्च में व्यंग्य
2.7 छायावादोत्तर युगीन व्यंग्य
2.8 गद्य साहित्य में व्यंग्य
2.9 समकालीन गद्य साहित्य में छत्तीसगढ़ी व्यंग्य का विकास

अध्याय-तृतीय
छत्तीसगढ़ी व्यंग्य के क्षेत्र में लतीफ घोंघी का आविर्भाव
3.1 छत्तीसगढ़ व्यंग्य साहित्य का स्वरूप
3.2 छत्तीसगढ़ी व्यंग्य साहित्य में लतीफ घोंघी
3.3 छत्तीसगढ़ी व्यंग्य का आविर्भाव और लतीफ घोंघी
3.4 परिवेश जनित व्यंग्य साहित्य

अध्याय-चतुर्थ
लतीफ घोंघी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व का सामान्य परिचय
4.1 जीवन एवं व्यक्तित्व की संक्षिप्त रूपरेखा
4.2. कृतित्व –
अ. व्यंग्य रचनाएं
ब. व्यग्येत्तर रचनाएं
4.3 लतीफ घोंघी के व्यंग्य
अ. प्रारंभिक काल- तिकोने चेहरे, उड़ते उल्लू के पंख
ब. मध्यकाल – बीमार न होने का दुख
तीसरे बन्दर की कथा,
संकटलाल जिंदाबाद
स. शीर्षकाल – किस्सा दाढ़ी का, जूते का दर्द,
सोने का अंडा

अध्याय -पंचम
लतीफ घोंघी जी के व्यंग्य शिल्प का वैशिष्ट्य
5.1. लतीफ घोंघी का व्यंग्य शिल्प
5.2 शिल्प और शिल्प विधान
5.3 व्यंग्य के शिल्प का स्वरूप
5.4 भाषा शैली
5.5. शब्द योजना
5.6 भाषा का स्वरूप

अध्याय -षष्ठम
छत्तीसगढ़ के समकालीन व्यंग्यकार एवं लतीफ घोंघी
6.1. स्नेहलता पाठक
6.2 गिरीश पंकज
6.3 विनोद शंकर शुक्ल
6.4 विनोद साव
6.5 त्रिभुवन पाण्डे
6.6 रामेश्वर वैष्णव
6.7 रवि श्रीवास्तव एवं अन्य

उपसंहार
आधार ग्रंथों की सूची
संदर्भ ग्रथों की सूची
लघु शोध प्रबंध
पत्र पत्रिकाएँ
शोध पत्र

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