- बखरी के तुमा नार बरोबर मन झूमरे
- वारे मोर पंडकी मैना संग लक्ष्मण मस्तूरिहा के 9 लोकप्रिय गीत
- सोनाखान के आगी - लक्ष्मण मस्तुरिया
- सुजान कवि के सुजानिक छन्द कविता : छन्द के छ
- नंदावत हे लोककला, चेत करइया नई हे...
- मन डोले रे मांग फगुनवा .... बादर के दिन म फागुन लावत हें भाई लक्ष्मण मस्तुरिहा
- आंखीं म गड़ जाए रे चढ़ती जवानी