रइहीं तरिया म मनखे, पानी आबे,अमुआ डारी म बइठे जोहत रइहौं।घर म सुरता भुलाये, बइठे रहिबे,कोला बारी म मैंहा, ताकत… Read More
सपना सही तैं आये चल देहे मोला छोड़,सुरता हर आथे तोर,सुरता हर आथे तोर।आके तीर म पूछे तैंहा, सीट हावै… Read More
छत्तीसगढ के रहइया,कहिथें छत्तीसगढ़िया,मोर नीक मीठ बोली, जनम के मैं सिधवा।छत्तीसगढ के रहइया,कहिथें छत्तीसगढ़िया। कोर कपट ह का चीज ये,नइ जानौ… Read More