रायपुर. 07 जनवरी 2017। कहिथें के ‘जिहां चाह हे उहां राह हे’। शराबखोरी ले त्रस्त महिला मन गांव ल नशामुक्त करे के ठानिन। महिला मन के समूह बना के शराबी मन के हुड़दंग उपर लगाम लगाइन। आंदोलन करके गांव के शराब दुकान बंद करवाईन। बाहिर ले पी के गांव म उत्पाद मचइया मन उपर आर्थिक दंड लगा के उमन ल नियंत्रित करिन। जांजगीर-चांपा जिला के विकासखंड पामगढ़ के कोसीर गांव के महिला मन के संघर्ष अब रंग लावत हे। गांव म बाढ़त नशाखोरी ल अब रोके के जबर उदीम कर लेहे गए हे। हमर छत्तीसगढ़ योजना के अंतर्गत राजधानी रायपुर के अध्ययन भ्रमण म आए जांजगीर-चांपा जिले के कोसीर पंचायत के सरपंच श्रीमती रंभा देवी ह बताइन के गांव म शराब दुकान होए के सेती गांव अशांत रहत रहिस। शराबी मन शराब पीके आए दिन उत्पात करत रहंय। नशा म थेरहे बात म लरई-झगरा करके गांव के माहौल ल बिगाड़त रहिन। गांव म शराब दुकान होए के कारन दूसर गांव के मनखे घलव इहां आके शराब पीयत रहिन अउ विवाद करत रहिन। येकर ले महिला अउ बच्चा मन ल सबले जादा दुख होवत रहिस।