Shakuntala Tarar

मन मोर गावे दीदी तपत कुरु तपत कुरु

जब मयं अमरेवं गाँव के मुहाटी लईका खेलत रिहिन भँवरा बांटी पीपर खांदा मा कूदत रिहिन बेंदरा सईंतत गोबर मोल… Read More

11 years ago

सपना के गांव

हाना हाना म डोले मोर सपना के गांव पाना पाना म लिखे महतारी के नांव. झुनुक झेंगुर हर गावे फुदुक… Read More

12 years ago