तोर मया

जड़कल्ला म गोरसी आगी कस, पंडवानी के रंगधरी रागी कस जोर जुलूम में बिदरोही-बागी कस, बडे-बुजुरूग में नेवत पै लागी कस, रुस-रुस लागथे तोर मया॥ धपकाला म करसी पानी कस, चन्दा के ओग्गर जवानी कस, सुघ्घर राज के रजधानी कस लाल-लाल कलिन्दर चानी कस, गुरतुर लागथे तोर मया॥ करमा के मांदर थाप कस ददरिया के तान अलाप कस नवां घर म चढ़त सिलाप कस घर पहुंचे म बांचे धाप कस सुर-सुर लागथे तोर मया॥ बर-बिहाव में भड़ौनी गीत कस पुरइन पत्ता म ठाहरे शीत कस बड़ दुरिहा के लागमानी हित…

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सबले बड़े पीर

फोरा परे जे हाथ मे मिटगे हे लकीरपीरा के संसार में सबले बड़े पीर।सबले बड़े पीर लिख्रय देश के तकदीर।पीरा के संसार में … माथा ले चुचुवाय कतको कारी पछीनामिहनत संग जीना इंखर मिहनत हे मरना।बिपत संग खेले ये मन तक-धीन, धी-धीना,सीखे हे शंकर कस, करू-कासा ल पीना।पसिया ल पी खुद, खवाए दूसर ल खीर॥पीरा के संसार में … बड़े-बड़े बांध, महल, राज अउ राजधानी,मिहमत के देवता के बरनत हे कहानी।जोंते जांगर, कमाए, खेती अऊ किसानी,बहती धारा ल मोड़े, पथरा ल करे पानी।काट सके नई तभो ले, गरीबी के जंजीर॥पीरा…

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