हमर गांव डाहर झलप के तीर म ढेलवा डोंगरी हे। एकर ले संबंधित भीम अउ हिरमिसी कैना (हिडम्बनी) के एक… Read More
(इस कविता का हिन्दी अनुवाद आरंभ में देखें)माटी के हमर घर-कुरियामाटी हमर खेती-खार हेजय हो महतारी माटी महतारीतोला हमर जय… Read More
रामदास ह समय के संगे संग रेंगे के सलाह सब झन ल देवत रथे। ''जइसे के रंग, तइसे के संगत''… Read More
''सालपुर तीजहा लुगरा के गिरत दसा ल देखके एसो ओला नइ सहइस। लुगरा ल अपन तन म मन मार के… Read More
नाव कमाय के मन, नाव चलाय के संऊख अउ नाव छपाय के भूख सबो झन ल रथे । ये भूख… Read More
केहे जाथे कि जन्म बिबाह मरन गति सोई, जो विधि-लिखि तहां तस होई । जनम अउ मरन कब, कहां अउ… Read More
गनपत अउ धनपत दुनो झन रेडियो सुनत बइठे राहंय । रेडियो हर नीक-नीक देसभक्ति के गीत गावत राहय अउ बोलत… Read More