Kisan Diwan

मनकुरिया

मनकुरिया म काय नींगे हे रेकाय नींगे हावे मन कुरिया मंजेखर मूहू लाल लाल, जेखर गाल हे पताल जेखर नीयत… Read More

15 years ago

गुरुबाचा कहिनी – किसान दीवान

एक दिन अपन ल संवासे नी सकिस सुखरू। घातेच किलोली करके भतीजा के बिहा में संघरना जरूरी हे, ओखर दई-बाप… Read More

15 years ago