बिहनिया बिहनिया थोर कुन जडावत हे चिरई चिरगुन पंख फडफडावत हे सुरूज अपन कहर दिखावत हे लागत हे जाड हा… Read More
झूमत हावय सब नर नारी छोड दा जम्मो अब लाचारी कुर्बानी के फल गुरतुर हावय गणतंत्र दिवस के करा तइयारी… Read More
नवा बछर के नवा उमंग नवा नवा संगी के संग नवा हवा के नवा असर आ गे हे नवा बछर… Read More
दिन आ गे धान मिसाइ के दौरी बेलन नंदा गे हार्वेस्टर टेक्टर फंदा गे चल दिहिस दिन सवनाई के दिन… Read More
महिमा गुरू के हावय महान काबर हमन हन अनजान जाड मा संगी झन खावा खीरा कोन समझ हि शिक्षाकर्मी के… Read More
बिहनिया ले डोकरा बबा कुडकुडावत हे चिरइ चिरगुन पंख फड़फडावत हे बडे बिहनिया झन उठीहा संगी अब के जाड़ हा… Read More
दीवाली के तिहार हे करा जी साफ सफाई सुंदर हे तन मन हमर मिलके खुषी मनाई लइका खेलत हे घर… Read More
फांदा मा परगे किसानी नुन मिरचा अउ बासी भात सुते नई हंव कतको रात खेती नई हे बहुत असानी फांदा… Read More
जगमग जगमग दिप जलत हे मां के दरस मा प्यारे देखा खाली पांव अब भगत चलत हे पुजा आरती मां… Read More
सबके मन आज रमे हे भगतन के तांता लगे हे कानन कुंडल मुकुट मा साजे जय जय जय गणपति विराजे… Read More