Madhu Gupta Mahak

सरगुजिहा लोक गीत – जाड़ा

हाय रे जाड़ा हाय रे जाड़ा ऐसो एतेक बैरी हो गे ठिठुरत हवे हाड़ा हाय रे........ भिनसारे गोदरी में दुबके… Read More

5 years ago

सरगुजिहा गीत

हाथे धरे बीड़ा, लगावत हो रोपा मिले आबे संगी तै खेतवा कर धरी मिले आबे............... बेर उगते ही डसना उड़ासेन… Read More

5 years ago